Chirag Paswan on Caste Census: केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने राष्ट्रव्यापी जातीय जनगणना का समर्थन किया. इस दौरान रांची में प्रेस कांफ्रेंस करते हुए केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा कि उनकी पार्टी ने इसे लेकर अपना रुख हमेशा से ही स्पष्ट रखा है. हम लोग चाहते हैं कि जातिगत जनगणना हो. इसके साथ ही चिराग ने ये भी कहा कि यदि इसके आंकड़े सार्वजनिक किए गए तो समाज में विभाजन पैदा होगा.


न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, जातिगत जनगणना पर केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा, इसका कारण है कि कई बार राज्य सरकार और केंद्र सरकार कई योजनाएं बनाती हैं, जो किसी जाति को मुख्य धारा के साथ जोड़ने के मद्देनजर तैयार की जाती हैं. ऐसे में उस जाति की आबादी की जानकारी सरकार के पास होनी चाहिए, ताकि उसके अनुपात में राशि आवंटित की जा सके. ऐसे में मैं इन आंकड़ों को सार्वजनिक करने का पक्षधर नहीं हूं. क्योंकि इससे समाज में "दरार" पैदा होगी.


ये आंकड़े कम से कम सरकारों के पास होने चाहिए- चिराग पासवान


केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा, "हमने हमेशा इस बात पर जोर दिया है कि हम चाहते हैं कि जाति जनगणना कराई जाए. इससे यह सुनिश्चित होगा कि सरकार के पास सही आंकड़े हैं. मगर, मैं मानता हूं कि ये आंकड़ें कम से कम सरकारों के पास होने चाहिए. क्योंकि, चिराग के दिवंगत पिता रामविलास पासवान देश के सबसे बड़े दलित नेताओं में से एक थे.






चिराग पासवान 5 साल के लिए फिर से LJP (रामविलास) के प्रमुख चुने गए


दरअसल, केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान को रविवार (25 अगस्त) को रांची में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पांच साल के लिए फिर से अध्यक्ष चुना गया. इस दौरान पासवान ने कहा कि बैठक में यह निर्णय सर्वसम्मति से लिया गया है. उन्होंने कहा, "राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने यहां अपनी बैठक में मुझे अगले 5 सालों के लिए पुनः निर्वाचित किया है."


ये भी पढ़ें: इजरायल की स्ट्राइक पर भड़का हिज्बुल्लाह, पलटवार में दाग दिए 320 रॉकेट्स! VIDEO में देखें, कैसे हुई बौछार