Chirag Paswan on Sita Mandir: एक समय था, जब उत्तर प्रदेश के अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि पर राम मंदिर बनाने के लिए आंदोलन किया गया था. मोदी सरकार के कार्यकाल में वह पूरा भी हुआ. बीते रोज (9 मार्च, 2025) को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था कि मिथिला में मां सीता का भव्य मंदिर बनेगा. अमित शाह के बाद अब बिहार के हाजीपुर से सांसद और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता चिराग पासवान ने भी मिथिला में मां सीता के मंदिर को लेकर प्रतिक्रिया दी है.
चिराग पासवान ने कहा, "यह मांग हमारी लंबे समय से रही है. मैंने खुद बिहार फर्स्ट और बिहारी फर्स्ट के माध्यम से इस मुद्दे को धरातल पर ले जाने का प्रयास किया. मैं मानता हूं कि केंद्र सरकार के पास वो इच्छाशक्ति है, मेरा विश्वास है कि मौजूदा प्रधानमंत्री के नेतृत्व में ही यह संभव है कि मिथिला में माता सीता का भव्य मंदिर बने, जैसा अयोध्या में प्रभु श्री राम का मंदिर बना है."
14 करोड़ बिहारियों की भी यहीं मांग
चिराग पासवान ने कहा कि, "लंबे समय से यह मांग ना केवल 14 करोड़ बिहारियों की रही है, बल्कि देश की बड़ी आबादी, जो माता सीता पर अपनी आस्था रखती है, की भी यह मांग रही है और मैं मानता हूं कि जल्द ही यह सपना साकार होगा."
विपक्ष पर साधा निशाना
चिराग पासवान से जब यह पूछा गया कि विपक्ष का कहना है कि चुनावी समय में ऐसी घोषणा करना चुनावी एजेंडा है. इसको एलजेपी सांसद ने कहा, "यह एजेंडा का हिस्सा है, इसको क्यों नहीं उठाया जाए? चुनाव के दौरान जब राम मंदिर का जिक्र करते थे तो उस समय भी विपक्ष यही कहता था कि मंदिर वहीं बनाएंगे, लेकिन तारीख नहीं बताएंगे. अब मंदिर बन चुका है, उद्घाटन हो चुका है, लेकिन विपक्षियों को अभी भी अविश्वास है."
‘रिलीजियस टूरिज्म की अनंत संभावनाएं’
चिराग पासवान ने कहा, "हमारे देश में रिलीजियस टूरिज्म की अनंत संभावनाएं हैं, जिसे एक्सप्लोर करने की जरूरत है. उसी में अयोध्या है. उसी में सीतामढ़ी है, उसी में काशी विश्वनाथ और मथुरा भी है.”
‘ये आस्था का विषय, आस्था तक ही सीमित रखा जाए’
लोकसभा चुनाव में अयोध्या की हार की तरह मिथिला में भी चुनाव हारने की संभावनाओं को लेकर चिराग पासवान ने कहा, "हम इसे चुनावी दृष्टि से नहीं देखते. यह आस्था का विषय है. इसे आस्था तक ही सीमित रखना चाहिए. मैं जब भी बिहार फर्स्ट और बिहारी फर्स्ट विजन डॉक्यूमेंट में रिलीजियस टूरिज्म का जिक्र करता हूं तो रेवेन्यू जनरेशन के बारे में भी सोचता हूं. इससे न केवल आस्था को सम्मान मिलता है, बल्कि राज्य का राजस्व बढ़ता है. अयोध्या इसका उदाहरण है. प्रदेश क्षेत्र मंदिर बनने के बाद विकसित होने लगा. किसी भी राज्य के विकास में रिलीजियस टूरिज्म का एक बड़ा योगदान है. आस्था को सम्मान देते हुए अगर विकास की ओर अपने राज्य को लेकर जाएंगे तो इससे ज्यादा खूबसूरत और क्या हो सकता है."
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