बिहार: राज्य में नीतीश कुमार के साथ निश्चय के एजेंडे को दरकिनार कर लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने बिहार में कोरोना और बाढ़ की स्थिति को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है. अपने महत्वाकांक्षी विजन डॉक्यूमेंट बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट के सिलसिले में पार्टी नेताओं के साथ वर्चुअल बैठक को संबोधित करते हुए चिराग ने बिहार की शिक्षा व्यवस्था पर भी तंज कसा है. उन्होंने राजस्थान के कोटा का जिक्र करते हुए कहा कि कोटा में बच्चे भी बिहारी और शिक्षक भी बिहारी, लेकिन व्यवस्था राजस्थानी है. इस व्यवस्था को बिहार में देने का लक्ष्य बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट का है.
बिहार में बाढ़ की स्थिति का जिक्र करते हुए पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से चिराग ने कहा कि जल्द गंगा में भी जल स्तर बढ़ सकता है, जिससे कई और जिले प्रभावित होंगे. लेकिन मेरा विश्वास मुख्यमंत्री जी पर है कि उन्होंने ज़रूर इसकी कोई व्यवस्था की होगी. उन्हें पिछले 15 साल का बाढ़ का अनुभव है.
इतना ही नहीं, बिहार में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले पर नीतीश सरकार को घेरते हुए चिराग पासवान ने कहा, "हमें इस बात की चिंता है कि परिस्थितियां आने वाले समय में और भी विकराल हो सकती हैं. बिहार में जिस तरह से कोरोना का ग्राफ बढ़ता जा रहा है. हम सब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार का धन्यवाद करें, कि उन लोगों ने स्वत: एक टीम बिहार भिजवाई. कहीं न कहीं केंद्र को यह जानकारी है कि बिहार की स्थिति कितनी विपरीत है और कितनी भयावह है."
गौरतलब है कि आने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर लोक जनशक्ति पार्टी ने बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट के नाम से एक कार्यक्रम की शुरूआत की है, जिससे बिहार के हज़ारों गांवों व लगभग 4 लाख लोगों के सुझावों से बिहार का विज़न डॉक्युमेंट बना रही है, जिसका नाम बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट विज़न डॉक्युमेंट 2020 रखा गया है.
इस विज़न डॉक्युमेंट को बनाने के लिए 7 सदस्यीय कमेटी उनकी पार्टी ने फ़रवरी में ही बनाई थी. जिससे आए हुए सुझावों पर चर्चा कर उन सभी सुझावों को शामिल किया जाएगा, जिससे बिहार की खोई अस्मिता को विकास के रास्ते वापस लाया जा सके. साथ ही लोक जनशक्ति पार्टी को भी एक दिशा मिले, जिससे वह आने वाले दिनों में बिहारियों को यह बता सके कि उसके पास क्या रोडमैप है.
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