नई दिल्ली: बिहार और देश की राजनीति के लिए एक अहम ख़बर है. लोक जनशक्ति पार्टी में जल्द ही एक बड़ा परिवर्तन हो सकता है. एबीपी न्यूज़ को मिली जानकारी के मुताबिक पार्टी के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान के पुत्र चिराग पासवान पार्टी की कमान संभाल सकते हैं. फिलहाल चिराग को पार्टी की बिहार इकाई का अंतरिम अध्यक्ष बनाया गया है.


नवंबर में होगी ताजपोशी


1969 में पहली बार विधायक बने रामविलास पासवान 50 सालों की चुनावी राजनीति की यात्रा के बाद अब अपनी विरासत अपने पुत्र को सौंपने जा रहे हैं. वैसे इस बात के कयास तो काफी दिनों से लगाए जा रहे थे क्योंकि पिछले कुछ सालों में पार्टी के भीतर चिराग पासवान का कद लगातार बढ़ता ही गया है. एबीपी न्यूज़ को मिली पुख्ता जानकारी के मुताबिक़ नवंबर में चिराग पासवान को पार्टी अध्यक्ष की कमान सौंपने की तैयारी चल रही है. पार्टी अध्यक्ष रामविलास पासवान ने भी इस बात का संकेत देते हुए कहा, "मेरा हमेशा से कहना रहा है कि पार्टी को बढ़ना है और अगली पीढ़ी को कमान सौंपनी है." सूत्रों के मुताबिक़ पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में चिराग पासवान को अध्यक्ष बनाए जाने पर मुहर लग जाएगी. नवंबर के पहले हफ़्ते में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाए जाने की संभावना है.


28 नवंबर को गांधी मैदान में होगी बड़ी रैली


पार्टी अध्यक्ष के तौर पर चिराग पासवान की ताजपोशी ग्रैंड तरीके से करने की तैयारी हो रही है. 28 नवंबर को पार्टी का स्थापना दिवस है. उस दिन पटना के गांधी मैदान में पार्टी एक बड़ी रैली आयोजित करेगी. रैली में पार्टी के नए अध्यक्ष के तौर पर चिराग पासवान को पार्टी समर्थकों के सामने पेश किया जाएगा. हालांकि चिराग पासवान अभी अपने अध्यक्ष बनने की बात पर कुछ नहीं कहना चाहते हैं. चिराग ने एबीपी न्यूज़ से कहा, "फिलहाल मेरा फोकस केवल बिहार है जहां एक लोमसभा और कुछ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है.''


चिराग पासवान का लगातार बढ़ा है कद


चिराग पासवान ने एलजेपी की राजनीति में तब प्रवेश किया था जब पार्टी की हालत ठीक नहीं थी. 2009 के लोकसभा चुनाव और 2010 के बिहार विधानसभा चुनाव में पार्टी का सूपड़ा साफ़ हो गया था. इसी के बाद चिराग पासवान को सीधे पार्टी के संसदीय बोर्ड का अध्यक्ष बनाया गया था. पार्टी की किस्मत तब पलटी जब 2014 में पार्टी ने दोबारा एनडीए में आने का फैसला किया. पार्टी के इस फ़ैसले में चिराग पासवान की भूमिका सबसे बड़ी मानी जाती रही है. रामविलास पासवान के राज्यसभा सदस्य बनने के बाद हाल ही में चिराग पासवान को लोकसभा में पार्टी का नेता बनाया गया है. चिराग पार्टी के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष भी हैं .


पार्टी पर लगता रहा है परिवारवाद का आरोप


लोक जनशक्ति पार्टी की स्थापना 28 नवम्बर 2000 को की गई थी. तबसे लेकर अबतक रामविलास पासवान ही पार्टी के अध्यक्ष हैं. चिराग पासवान के अलावा रामविलास पासवान के भाई पशुपति पारस पार्टी के बिहार प्रदेश अध्यक्ष हैं जबकि एक और भाई रामचन्द्र पासवान पार्टी के एक प्रमुख संगठन दलित सेना के अध्यक्ष थे. रामचन्द्र पासवान का हाल ही में निधन हो गया. रामचन्द्र पासवान के पुत्र प्रिंस राज युवा एलजेपी के अध्यक्ष हैं. रामचन्द्र पासवान के निधन से खाली हुई समस्तीपुर लोकसभा सीट के लिए होनेवाले उपचुनाव में प्रिंस राज को ही टिकट मिलने की संभावना है.