44 साल की उम्र में फिर परीक्षा में बैठे सांसद महोदय, कहा- पढ़ने की कोई उम्र नहीं होती
चंद्रप्रकाश जोशी, चित्तौरगढ़ से दूसरी बार सांसद बने हैं24 साल बाद एक परीक्षार्थी के रूप में उन्होंने परीक्षा दी
नई दिल्ली: कहते हैं ना कि पढ़ने की कोई उम्र नहीं होती, पढ़ने के लिए कोई उम्र की सीमा नहीं होती, यह बात चित्तौरगढ़ के सांसद चंद्रप्रकाश जोशी पर चरितार्थ हुई. करीब 24 साल के अंतराल के बाद सांसद जोशी एक बार फिर परीक्षार्थी के रूप में नजर आए. सांसद जोशी, मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय की ओर से बुधवार से शुरू हुई विधि स्नातक के प्रथम वर्ष की परीक्षा में शामिल हुए.
परीक्षा देने के लिए सांसद जोशी चित्तौड़गढ़ के महाराणा प्रताप राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में एलएलबी प्रथम वर्ष की परीक्षा देने पहुंचे. परीक्षा बुधवार को दोपहर 3 बजे से शाम 6 बजे तक हुई. महाराणा प्रताप राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में जोशी ने साल 1996 में वाणिज्य स्नातक की परीक्षा दी थी. करीब 24 साल बाद चंद्रप्रकाश जोशी एक बार फिर से उसी कॉलेज में परीक्षा देने पहुंचे जहां से उन्होंने स्नातक की डिग्री ली थी.
जोशी के मुताबिक, उनके अंदर का विद्यार्थी हमेशा सीखने के लिए तैयार रहता है. जीवन में निरंतर पढ़ना सीखना महत्वपूर्ण जानकारी व विधि स्नातक की पढ़ाई कर रहे हैं. बता दें सीपी जोशी चित्तौरगढ़ से दूसरी बार सांसद चुने गए हैं.