Gen Bipin Rawat Last Rites: पंचतत्व में विलीन हुए सीडीएस बिपिन रावत, नम आंखों से बेटियों ने किया माता-पिता का अंतिम संस्कार
Bipin Rawat Last Rites Update: बिपिन रावत के अंतिम संस्कार में भारी भीड़ शामिल हुई. जनरल विपिन रावत जब अपने अंतिम सफर पर निकले तो रास्तों पर उनके आखिरी दर्शन के लिए लोग खड़े हुए थे.
Bipin Rawat Funeral: देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत पंचतत्व में विलीन हो गए हैं. उन्हें राजकीय सम्मान के साथ दिल्ली छावनी के बरार स्क्वायर श्मशान घाट पर अंतिम विदाई दी गई. बिपिन रावत और मधुलिका रावत की बेटियों कृतिका और तारिणी ने अपने माता-पिता को अंतिम संस्कार किया. रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, अन्य देशों के अधिकारियों समेत कई हस्तियां सीडीएस जनरल बिपिन रावत के अंतिम दर्शन के लिए श्मशान घाट पहुंची.
जनरल विपिन रावत जब अपने अंतिम सफर पर निकले तो रास्तों पर उनके अंतिम दर्शन के लिए लोग खड़े हुए थे. सीडीएस बिपिन रावत की अंतिम यात्रा में नागरिकों ने "जब तक सूरज चांद रहेगा, बिपिन जी का नाम रहेगा" के नारे लगाए. इससे पहले जब सीडीएस बिपिन रावत का पार्थिव शरीर तिरंगे में लिपटे हुए राजधानी दिल्ली पहुंचा तो माहौल गमगीन था.
तमिलनाडु के कुन्नूर में 8 दिसंबर की दोपहर हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया था. इस हेलिकॉप्टर में उस वक्त देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) बिपिन रावत अपनी पत्नी मधुलिका के साथ मौजूद थे. सीडीएस, जनरल बिपिन रावत अपनी पत्नी मधुलिका रावत और अन्य 11 लोगों के साथ नीलगिरि हिल्स के वेलिंगटन में मौजूद डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज के स्टाफ कोर्स के संकाय और छात्र अधिकारियों को संबोधित करने जा रहे थे. इसी दौरान तमिलनाडु के कुन्नूर के पास सैन्य हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से उसमें मौजूद 14 में से 13 लोगों की मौत हो गई.
कल गुरुवार को बिपिन रावत और उनकी पत्नी के पार्थिव शरीर को मिलिट्री विमान से दिल्ली लाया गया था. आतंक के खिलाफ उनके आक्रामक रवैये ने उनकी अंतिम विदाई पर लोगों के आंसू नहीं रुकने दिए.
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