CII Annual Session 2021: सीआईई की सालाना बैठक को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि पहले जो सरकार में थे वो 'पॉलिटिकल रिस्क' नहीं ले पाए इसलिए जीएसटी इतने सालों तक अटका रहा. उन्होंने कहा कि आज देश में ऐसी सरकार है जो राष्ट्रहित में बड़े से बड़ा रिस्क उठाने के लिए तैयार है. हमारी सरकार ने न सिर्फ जीएसटी को लागू किया बल्कि आज हम रिकॉर्ड जीएसटी कलेक्शन होता देख रहे हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारतीय अर्थव्यस्था में तेजी आ रही है. आज देश में विकास का वातावरण है. भारतीयों के बीच स्वदेशी उत्पादों की मांग बढ़ी है. ये आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ता कदम है. उन्होंने कहा कि अब हमारे ब्रांड भी ग्लोबल हो रहे हैं. कोरोना काल में भी सुधार की प्रकिया जारी है. देश अब प्राइवेट सेक्टर पर भरोसा कर रहा है. स्टार्ट अप में अब नए युग की शुरुआत हुई है.
सीआईई की बैठक को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “सीआईआई की ये बैठक इस बार 75वें स्वतंत्रता दिवस के माहौल में, आज़ादी के अमृत महोत्सव के बीच हो रही है. ये बहुत बड़ा अवसर है, भारतीय उद्योग जगत के नए संकल्पों के लिए, नए लक्ष्यों के लिए. आत्मनिर्भर भारत अभियान की सफलता का बहुत बड़ा दायित्व, भारतीय उद्योगों पर है.”
पीएम मोदी ने कहा, “एक समय था जब हमें लगता था कि जो कुछ भी विदेशी है, वही बेहतर है. इस मानसिकता का परिणाम क्या हुआ, ये आप जैसे इंडस्ट्री के दिग्गज भलीभांति समझते हैं. हमारे अपने ब्रान्ड भी, जो हमने सालों की मेहनत के बाद खड़े किए थे, उनको विदेशी नामों से ही प्रचारित किया जाता था.” उन्होंने कहा, “आज का नया भारत, नई दुनिया के साथ चलने के लिए तैयार है, तत्पर है. जो भारत कभी विदेशी निवेश से आशंकित था, आज वो हर प्रकार के निवेश का स्वागत कर रहा है. आज स्थिति तेज़ी से बदल रही है. आज देशवासियों की भावना, भारत में बने प्रॉडक्ट्स के साथ है. कंपनी भारतीय हो, ये जरूरी नहीं, लेकिन आज हर भारतीय, भारत में बने प्रॉडक्ट्स को अपनाना चाहता है.”
अपने संबोधन में पीएम ने आगे कहा कि आज भारत के युवा जब मैदान में उतरते हैं, तो उनमें वो हिचक नहीं होती. वो मेहनत करना चाहते हैं, वो रिस्क लेना चाहते हैं, वो नतीजे लाना चाहते हैं. इसी प्रकार का आत्मविश्वास आज भारत के स्टार्टअप्स में है.
पीएम मोदी ने कहा कि आज देश में वो सरकार है जो राष्ट्र हित में बड़े से बड़ा रिस्क उठाने के लिए तैयार है. जीएसटी तो इतने सालों तक अटका ही इसलिए क्योंकि जो पहले सरकार में वो पॉलिटिकट रिस्क लेने की हिम्मत नहीं जुटा पाए. हमने न सिर्फ जीएसटी लागू किया बल्कि आज हम रिकॉर्ड जीएसटी कलेक्शन होते देख रहे हैं.