नई दिल्ली: देशभर में 15 अक्टूबर से सिनेमाघर खुल जाएंगे. लॉकडाउन के बाद से पहली बार ये सिनेमाघर खोले जाएंगे. इसको लेकर सिनेमाघर चलाने वालों ने सात महीने बाद सिनेमाहॉल को खोलने को लेकर तैयारी शुरू कर दी है. लेकिन सिनेमाहॉल तक जाने वाले लोगों के लिए कोरोना काल में फिल्म देखने का अनुभव बदलने वाला है.


कैसे बदल जाएगा फिल्म देखने का अनुभव


सिनेमाघर पहुंचकर पिक्चर देखने वालों को अब ई-टिकट के जरिए ही एंट्री मिलेगी. कोरोना काल से पहले तक कई सिनेमाघरों में दाखिल होने के लिए कागजी टिकट दिखाना पड़ता था लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. इतना ही नहीं जो लोग सिनेमाघर के काउंटर पर जाकर भी टिकट खरीदेंगे उनको भी ई-टिकट ही मिलेगा. ई-टिकट लेने के बाद दर्शक सिनेमा घर में दाखिल हो सकेंगे.


सिनेमाघर के अंदर सिर्फ वही लोग जा सकेंगे जिनकी उम्र 6 साल से ऊपर और 60 साल से नीचे होगी. 60 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्ग फिलहाल सिनेमा हॉल में जाकर पिक्चर नहीं देख सकेंगे.


आरोग्य सेतु एप रखना जरूरी होगा


इसके साथ ही हॉल में दाखिल होने के दौरान अंदर जाने वाले शख्स का शरीर का तापमान देखा जाएगा. इसके साथ ही आरोग्य सेतु एप रखना जरूरी होगा और उस आरोग्य सेतु एप में जब सुरक्षित का स्टेटस नजर आएगा तभी अंदर जाने की अनुमति मिलेगी.


अंदर जाने के दौरान सैनिटाइजर से अपने हाथों को सैनिटाइज करना और मास्क पहने रहना भी ज़रूरी होगा. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए लोगों को सिनेमा हॉल के अंदर जाने की अनुमति दी जाएगी.


एक सीट छोड़कर बैठेंगे दर्शक


सिनेमाहॉल के अंदर पहुंचने पर माहौल पहले की तुलना में काफी बदल चुका होगा. क्योंकि अब 1 सीट छोड़कर लोगों को बैठने की अनुमति दी जाएगी. यानी कि अगर एक लाइन में 20 सीटें हैं तो सिर्फ 10 सीटों पर लोग बैठेंगे और बाकी की 10 सीटें खाली रहेंगी. पूरे सिनेमाहॉल में अधिकतम 50 फ़ीसदी दर्शकों को ही बैठने की अनुमति होगी. इसका मतलब यह भी है कि अगर एक परिवार के 4 लोग एक साथ पिक्चर देखने के लिए जाएंगे तो वो एक दूसरे से 1 सीट की दूरी पर ही बैठेंगे.


कैफेटेरिया और वॉशरूम में भी सोशल डिस्टेंसिंग


इंटरवल के दौरान पहले की तरह अब लोग एक साथ सिनेमा हॉल से बाहर निकलकर कैफेटेरिया या वॉशरूम में नहीं जा सकेंगे. वहां पर भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए कुछ लोगों को ही अंदर जाने की अनुमति दी जाएगी. जब वह कुछ लोग बाहर आ जाएंगे तब लाइन में मौजूद अन्य लोगों को अंदर जाने की अनुमति दी जाएगी.


कैफिटेरिया में अब पहले की तरह खुले पॉपकॉर्न या सामान नहीं मिलेंगे. इस कोरोना काल में अगर किसी दर्शक को कुछ सामान खाने पीने के लिए लेना भी है तो वह सभी पैक फ़ूड ही होगा और जितने भी लोग उस सामान को बेच रहे होंगे वह भी पूरी एहतियात बरतेंगे. कैफेटेरिया में भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना जरूरी होगा.


जैसे ही शो खत्म होगा नया शो शुरू होने से पहले पूरे सिनेमा हॉल को सैनिटाइज किया जाएगा. सैनिटाइज किए जाने के बाद कुछ देर का इंतजार किया जाएगा और उसके बाद ही अगले शो के लिए दर्शकों को हॉल के अंदर भेजा जाएगा.


पहले की तुलना में शो कम होंगे


इस व्यवसाय से जुड़े लोगों की मानें तो कोरोना से निपटने के लिए जारी किए गए दिशा निर्देशों का पालन करते हुए अब जबकि सिनेमाघर खोले जाएंगे तो पहले की तुलना में शो कम होंगे. मसलन पहले अगर दिन भर में एक स्क्रीन पर 6 शो होते थे तो अब 4 शो ही दिखाए जाएंगे. क्योंकि बीच का वक्त हॉल को पूरी तरह से सेनीटाइज करने में और सोशल डिस्टेंसिंग के साथ लोगों को सीट तक पहुंचाने में इस्तेमाल किया जाएगा. यानी कुल मिलाकर कोरोना काल में सिनेमाघरों में जाकर पिक्चर देखने का तौर तरीका और अनुभव पहले की तुलना में बिल्कुल नया होगा.


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