मुंबईमुंबई और उसके आसपास के इलाकों में बारिश से तो राहत है, लेकिन खुले नालों और सड़कों के गड्ढों में जमे पानी से हर दिन लोग हादसों का शिकार हो रहे हैं. बावजूद इसके बीएमसी नींद से नहीं जाग रही. हर साल मानसून के दौरान मुंबई का यही हाल होता है. लापरवाही का आलम यह है कि इतना सबकुछ होने के बाद भी प्रशासन के कानों पर जूं तक नहीं रेंगती. पिछले चार दिनों के अंदर मुंबई में गड्ढों से अलग-अलग हादसों में करीब 5 लोगों की मौत हुई है. वहीं, गोरेगांव में खुले नाले में गिरा डेढ़ साल का मासूम अब तक लापता है.


गड्ढे की चपेट में आकर बाइकसवार की मौत


भिवंडी में पिछले कुछ दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण ज़्यादातर सड़के गड्ढों में तब्दील हो गई हैं. मुंबई -नासिक राष्ट्रिय महामार्ग नंबर तीन पर छोटे और बड़े गड्ढों से स्थिति भयानक हो चली है. 8 जुलाई को नासिक-मुंबई राष्ट्रिय महामार्ग पर सोनाले गांव के पास सड़क पर गड्ढे की चपेट में आकर सतीश नाम के शख्स की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि मृतक की बाइक गड्ढे में जाने से फिसल गई और वह गिर गया. जिसके बाद पीछे से आ रहे कंटेनर की चपेट में आकर मौके पर ही उसकी मौत हो गई.


पानी से भरे गड्डे में गिरने से दो बच्चों की मौत


9 जुलाई को कल्याण इलाके में पानी से भरे गड्ढे में गिरने से दो बच्चों की मौत हो गई. दरअसल बारिश की वजह से गड्ढा भर गया था. गड्ढे के पास ही खेल रहे मंयक और पीयूष नाम के दोनों बच्चे खेलते खेलते गड्ढे में गिरकर गए. जिसके बाद दोनों की मौत हो गई.


गोरेगांव में खुले नाले में गिरा डेढ़ साल का मासूम


लगातार हो रही बारिश से मंबई के नाले पूरी तरह भरे हुए हैं. ऐसे ही एक खुले नाले में गोरेगांव के आंबेडकर चौक इलाके में रहने वाला मासूम दिव्यांश बह गया. मासूम दिव्यांश की उम्र महज डेढ़ साल है. दिव्यांश रास्ते पर खेलने के लिए अपनी मां का हाथ छोड़कर निकला और नाले में गिर गया. उसकी मां तुरंत उसे खोजते हुए आई लेकिन तब तक देर हो चुकी थी. खोज शुरू हुई तो सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि वो नाले में गिर गया है. दमकल विभाग, पुलिस और स्थानीय लोग दिव्यांश को ढूंढने की पूरी कोशिश कर रहे है लेकिन अब तक उसका पता नही चल सका है.


पिछले साल सुप्रीम कोर्ट ने लगाई थी फटकार


इस मामले पर पिछले साल जुलाई में सुप्रीम कोर्ट ने रोड सेफ्टी से जुड़ी एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए सरकार और संबंधित विभागों को फटकार लगाई थी. कोर्ट ने पूछा उनसे पूछा था कि दिल्ली और मुंबई की सड़कों पर कितने गड्ढे हैं? दिल्ली-मुंबई की सड़कों पर जो गड्ढे हैं उनकी वजह क्या है, जिम्मदारी किसकी है? और इन गड्ढों को लेकर सरकार और संबिधित विभाग क्या कर रहे हैं? मामले की सुनवाई के दौरान बताया गया था कि देश में हर साल तकरीबन 1 लाख 60 हज़ार लोगों की सड़क दुर्घटना में मौत होती है, जिनमें से कुछ मौतें सड़कों पर बने गड्ढों की वजह से भी होती हैं.


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