CAA Rules: जब देखो कागज मांगते रहते हैं- संघियों और चौकीदार का जिक्र कर असदुद्दीन ओवैसी ने कसा तंज
CAA Rules Notification: केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ने 11 मार्च, 2024 को विवादास्पद नागरिकता (संशोधन) अधिनियम (सीएए)-2019 को लागू करने का ऐलान किया.
Citizenship Amendment Act: सीएए को लेकर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) चीफ असदुद्दीन ओवैसी भड़के हैं. सोमवार (11 मार्च, 2024) को उन्होंने इसके लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को आड़े हाथों लिया. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर उन्होंने पोस्ट के जरिए तंज कसा और कहा कि संघियों को कागज (डॉक्यूमेंट्स) लेकर लाइन में खड़े होने का शौक है. उन्हें पहले चौकीदार (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संदर्भ में) से प्यार हुआ और अब शायद वे रद्दी वाले को दिल दे बैठे हैं.
हैदराबाद से लोकसभा सांसद के एक्स पोस्ट के मुताबिक, "संघियों को दो करोड़ नौकरियां नहीं मिली लेकिन इनको कागज लेकर लाइन में खड़े होने का शौक है. साल 2019 में चौकीदार से प्यार हुआ था और अब शायद रद्दी वाले को दिल दे दिया. जब देखो तब कागज मांगते रहते हैं."
AIMIM चीफ के X पोस्ट के बाद यूजर्स-फॉलोअर्स क्या बोले?
एआईएमआईएम के मुखिया के इस रिएक्शन के बाद एक्स यूजर्स ने भी तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दीं. @tibzi_talks ने इस पर लिखा कि सीएए सिर्फ एक एजेंडा है. @DrMMohanGupta ने कमेंट किया कि जनाब, आज रोस्ट के मूड में लग रहें हैं. @the_mighty_mr ने लिखा- हिंदुत्ववादी संघियों से ज्यादा बड़ा अभिशाप कोई नहीं है.
CAA नोटिफिकेशन की टाइमिंग पर विपक्ष ने दागे सवाल
असदुद्दीन ओवैसी का यह बयान तब आया जब सोमवार को केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ने नागरिकता (संशोधन) अधिनियम (सीएए)-2019 को लागू करने का ऐलान किया. चूंति, सीएए को लेकर देश में पहले खासा विवाद हुआ है और इसका नोटिफिकेशन लोकसभा चुनाव 2024 का शेड्यूल आने से ऐन पहले जारी हुआ है. ऐसे में विपक्षी दलों की ओर से इस पर सवाल उठाए गए हैं.
CAA पर यूं हुई सियासी बयानबाजीः जानें, कौन क्या बोला
- समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश (यूपी) के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा कि सीएए नियम अधिसूचना भाजपा का ध्यान भटकाने का खेल है.
- दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दावा किया कि सीएए की अधिसूचना जारी करने का केंद्र सरकार का निर्णय देश विरोधी है. जनता लोकसभा चुनाव में इसका जवाब देगी.
- बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की नेता मायावती ने बताया कि संशय दूर करने के बाद सीएए को लागू किया जाता तो बेहतर होता.
- कांग्रेस के सीनियर नेता शशि थरूर की ओर से कहा गया- सीएए की अधिसूचना सांप्रदायिक उद्देश्यों वाला विभाजनकारी कदम है.
- हालांकि, भाजपी की ओर से सीएए पर कहा गया, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो वादा किया था उसे पूरा किया गया है."