नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में दिल्ली के जामिया में प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर पुलिस की कार्रवाई सवालों के घेरे में आ गई है. कई ऐसे वीडियो सामने आए हैं जिसके बाद दिल्ली पुलिस की निंदा हो रही है. इस मामले में उच्च स्तरीय जांच होने पर दिल्ली पुलिस की मुसीबत बढ़ सकती है.


देश के कई राज्यों में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं. असम, कोलकता, हैदराबाद और दिल्ली के बाद उत्तर प्रदेश भी इसकी जद में आ गया है. उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ और राजधानी लखनऊ में प्रदर्शन के बाद धारा 144 लागू कर दी गई है. अलीगढ़ के सभी 100 हॉस्टलों को खाली कराया जा रहा है. विरोध प्रदर्शन को लेकर सबसे ज्यादा हंगामा दिल्ली में हो रहा है जहां आज सभी विपक्षी पार्टियों के लीडर राष्ट्रपति से मुलाकात करने जा रहे हैं. दिल्ली में हुए प्रदर्शन के दौरान पुलिस की कार्रवाई को लेकर अब लोगों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है. विपक्षी दलों ने पुलिस की कार्रवाई की निंदा की है. वहीं कई छात्र संगठनों ने भी पुलिस की कार्रवाई को गलत बताया है. पुलिस की कार्रवाई से छात्रों में भी जबरदस्त गुस्सा है.


जामिया की घटना पर देश के कई सेलिब्रिटी ने भी सोशल मीडिया के जरिये दुख जताया और छात्रों के साथ खड़े होने की बात कही है. वहीं जामिया में पुलिस की कार्रवाई को बर्बरतापूर्ण बताया है. सुप्रीम कोर्ट ने तत्काल हिंसा पर रोक लगाने की बात कही है. यह मामला सीजेआई के सामने भी उठा, जिसके बाद उन्होने कहा कि जब तक हिंसा नहीं रुकेगी वो इस मामले में सुनवाई नहीं करेंगे.


उधर सोमवार को दिल्ली पुलिस पर उठे सवाल के बाद पुलिस के तेवरों में बदलाव देखा गया. माना जा रहा है कि रविवार को प्रदर्शन के दौरान की गई कार्रवाई की सोशल मीडिया पर निंदा होने से सोमवार को दिल्ली पुलिस के तेवरों में कुछ नरमी देखी गई,अधिकारी भी कैमरों से बचते नजर आए. वहीं कुछ सामाजिक संगठनों ने इस मामले को मनावाधिकार आयोग और महिला आयोग में भी ले जाने की तैयारी शुरू कर दी है.