नई दिल्लीः नागरिकता संशोधन बिल बुधवार को राज्यसभा में पेश किया जाएगा. बिल पेश होने के बाद बुधवार को ही राज्यसभा में इस बिल पर चर्चा होगी. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) 10 और 11 दिसंबर को अपने राज्यसभा सांसदों को सदन में उपस्थित रहने के लिए व्हिप जारी किया है. सरकार की कोशिश है कि इस बिल को राज्यसभा से भी जल्द से जल्द पास करवा लिया जाए.


राज्यसभा में इस बिल को पास होने के बाद इसे राष्ट्रपति के पास भेजा जाएगा. राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के बाद यह बिल कानून का रूप ले लेगा.


सोमवार को लोकसभा में नागरिकता संशोधन बिल पर चर्चा और मतविभाजन के बाद यह पास हो गया. लोकसभा में नागरिकता संशोधन बिल पर वोटिंग के दौरान शिवसेना और जेडीयू ने बिल के पक्ष में वोटिंग किया.


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देर रात तक चली चर्चा के बाद इस बिल पर मतविभाजन हुआ. वोटिंग के बाद बिल के पक्ष में 311 वोट पड़ें जबकि विपक्ष में 80 सासंदों ने मतदान किया. बिल पास होने के बाद पीएम मोदी ने ट्वीट कर अमित शाह की सराहना की.


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गृहमंत्री अमित शाह ने सोमवार दोपहर में बिल को लोकसभा में पेश किया था. जिसके बाद सत्तापक्ष और विपक्ष के सांसदों ने बिल पर अपनी राय रखी. चर्चा का जवाब देते हुए अमित शाह ने कहा कि नेहरू-लिकायत समझौते में भारत और पाकिस्तान ने अपने अल्पसंख्यकों का ध्यान रखने का करार किया लेकिन पाकिस्तान ने इस करार का पूरा पालन नहीं किया.


नागरिकता संशोधन बिल लोकसभा से पास, पक्ष में 311 जबकि विपक्ष में 80 वोट पड़े