नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन बिल लोकसभा में पेश हो गया है. हंगामें के बीच इस बिल के पेश होने के लिए जो वोटिंग हुई उसमें 293 हां के पक्ष में और 82 विरोध में वोट पड़े. लोकसभा में इस दौरान कुल 375 सांसदों ने वोट किया. वोटिंग के दौरान सबसे दिलचस्प बात यह रही कि शिवसेना ने बिल पेश करने के समर्थन में वोट किया. बता दें कि हाल में ही महाराष्ट्र में हुए सियासी उठापटक में शिवसेना ने बीजेपी से नाता तोड़ लिया था और NDA से अलग हो गई थी.
इसके बाद उसने महाराष्टर में राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस की मदद से गठबंधन की सरकार बनाई. जहां एक ओर कांग्रेस की अगुआई में अधिकांश विपक्षी दलों ने भी नागरिकता संशोधन बिल के वर्तमान स्वरूप को देश के लिए खतरनाक बताते हुई इसका विरोध किया तो वहीं शिवसेना ने इसका समर्थन कर दिया है.
अमित शाह ने क्या कहा
वहीं इस बिल को आज लोकसभा में पेश करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा,'' इस बिल की जरूरत कांग्रेस की वजह से पड़ी. धर्म के आधार पर कांग्रेस ने देश का विभाजन किया. इस बिल की जरूरत नहीं पड़ती अगर कांग्रेस ऐसा नहीं करती, कांग्रेस ने धर्म के आधार पर देश को बांटा.''
नागरिकता संशोधन विधेयक पेश करते हुए उन्होंने कहा- यह बिल 0.001% भी देश के अल्पसंख्यकों के खिलाफ नहीं है. बिल पेश होते ही लोकसभा में हंगामा शुरू हो गया था. कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने इस इस बिल का विरोध किया.
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