Delhi Airport Runway: केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बुधवार (17 जनवरी) को कहा कि दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (आईजीआईए) 28/10 पर मेन रनवे इस हफ्ते फिर से खुल जाएगा. इस तरह से इस सप्ताह के आखिरी तक दिल्ली एयरपोर्ट पर कैटगरी-3 बी के दो रनवे चालू हो जाएंगे. इससे पहले मंगलवार (16 जनवरी) को इस कैटगरी का दूसरा रनवे 11R/29L चालू हुआ था.
दरअसल सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच एक वॉर छिड़ गई. शशि थरूर ने दिल्ली एयरपोर्ट पर अव्यवस्था को लेकर ज्योतिरादित्य सिंधिया से सवाल किए. जिसके जवाब में उन्होंने कहा कि दिल्ली हवाई अड्डे पर GRAP IV उपायों के कार्यान्वयन के कारण CAT IIIB रनवे को चालू करने में देरी हुई. सितंबर के महीने से रनवे 28/10 को मरम्मत के लिए बंद कर दिया गया था.
क्या कहा शशि थरूर ने?
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने आज बुधवार (17 जनवरी को) ऐसी प्रतिकूल मौसम स्थितियों के दौरान विमान उतारने को लेकर सरकार और एयरलाइंस की तैयारियों पर सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि उड़ान में 12 घंटे तक की देरी, टरमैक पर निराश यात्रियों की आवाज "भारत के विमानन क्षेत्र की खेदजनक स्थिति" की ओर इशारा करती है.
कांग्रेस नेता ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "दिल्ली एयरपोर्ट पर हाल ही में अफरा-तफरी मच गई है. युवा पेशेवर मकर संक्रांति के लिए घर जाना चाहते हैं. सेना अधिकारी लोहड़ी के लिए अपने पैतृक गांव जाने के लिए उत्साहित हैं. चिंतित बेटा अस्वस्थ माता-पिता की देखभाल के लिए घर जाने की कोशिश कर रहा है. नियमित, पूर्वानुमानित, कोहरे भरे सर्दियों के दिन के कारण हजारों लोगों का जीवन और कार्यक्रम बाधित हो गया है. यह मोदी सरकार की बनाई आपदा है, जो नागरिक उड्डयन मंत्रालय की उपेक्षा और अक्षमता का परिणाम है."
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शशि थरूर को दिया जवाब
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि रनवे मेंटिनेंस वर्क विमानन संचालन के लिए एक महत्वपूर्ण सुरक्षा तत्व है और रनवे की स्थिति के साथ कोई भी समझौता सीधे यात्री सुरक्षा को खतरे में डालता है.
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “मेंटिनेंस के काम को कोहरे के मौसम की शुरुआत से पहले 15 दिसंबर तक पूरा करने के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता पर लिया गया था. हालांकि, प्रदूषण की घटनाओं और दिल्ली में जीआरएपी-IV के लागू होने के कारण, मरम्मत में देरी हुई. जिसके परिणामस्वरूप इसके चालू होने में एक महीने की देरी हुई. संशोधित आरडब्ल्यूवाई इस सप्ताह चालू हो रही है.”
क्या होता है कैट III रनवे?
उन्होंने बताया कि दिल्ली हवाई अड्डे पर कैटगरी III वाले दो रनवे न्यूनतम 50 मीटर तक की दृश्यता के साथ विमानों के उतरने के लिए तैयार हैं. कैट III मानक का मतलब ये होता है कि कम दृश्यता में भी विमान सुरक्षित लैंडिंग कर सकते हैं. इससे कोहरे के समय उड़ानों के रद्द होने की संभावना कम हो जाती है. इस तरह से हवाई यात्रा करने वाले लोगों को कोहरे के दिनों में यात्रा करने में परेशानी कम होगी.
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