(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
'भारतीय न्यायपालिका का नेतृत्व करना एक 'महान अवसर' और 'जिम्मेदारी'...आम लोगों की सेवा करना प्राथमिकता', शपथ लेने के बाद बोले CJI चंद्रचूड़
50th CJI DY Chandrachud: शपथ लेने के बाद चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा कि वह केवल शब्दों के जरिए नहीं बल्कि, अपने काम के जरिए देश के नागरिकों का विश्वास सुनिश्चित करेंगे.
Chief Justice DY Chandrachud News: भारत के नए चीफ जस्टिस डी.वाई चंद्रचूड़ (Chief Justice DY Chandrachud) ने 9 नवंबर को अपने पहले दिन की शुरुआत सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करके की. इस दौरान उन्होंने जोर देकर कहा कि उनकी प्राथमिकता आम लोगों की सेवा करना होगा. आगे चलकर वह भारत के सभी नागरिकों का ध्यान रखेंगे.
चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा कि वे अपने काम के जरिए न्यायपालिका में लोगों का भरोसा सुनिश्चित करेंगे. भारतीय न्यायपालिका का नेतृत्व करना एक 'महान अवसर' और 'जिम्मेदारी' है.
नागरिकों का ख्याल रखने का दिया भरोसा
चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ ने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि वह टेक्नोलॉजी, रजिस्ट्री, न्यायिक सुधारों समेत हर पहलू में नागरिकों का ख्याल रखेंगे. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को राष्ट्रपति भवन में उन्हें देश के 50वें सीजेआई के रूप में शपथ दिलाई. शपथ लेने के तुरंत बाद न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ अपनी पत्नी के साथ सुप्रीम कोर्ट पहुंचे. जहां उन्होंने कहा कि वह केवल शब्दों के जरिए नहीं बल्कि, अपने काम के जरिए देश के नागरिकों का विश्वास सुनिश्चित करेंगे.
वकीलों से क्यों मांगी माफी?
CJI चंद्रचूड़ ने अपने पहले दिन की अदालती कार्यवाही दोपहर 12.10 बजे के आसपास शुरू की और वकीलों से उन्हें प्रतीक्षा करने के लिए माफी मांगी. उन्होंने आश्वासन दिया कि वह इसे सभी के लिए एक नो-स्ट्रेस कोर्ट बनाने की कोशिश करेंगे. समय की कमी के कारण CJI की अगुवाई वाली बेंच, जिसमें जस्टिस हिमा कोहली और जस्टिस जेबी पारदीवाला भी शामिल थे, सुनवाई के लिए सूचीबद्ध सभी मामलों की सुनवाई नहीं कर सके. सीजेआई, जो दिन में देर तक बैठने का रिकॉर्ड रखते हैं ने बेंच के उठने पर कहा कि मुझे उम्मीद है कि यह उनके करियर का पहला मौका है, जब से उन्होंने शपथ ली है.
कौन हैं जस्टिस DY चंद्रचूड़?
जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ का जन्म 11 नवंबर 1959 को हुआ था. उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से LLB की पढ़ाई की. इसके बाद साल 1998 में उन्हें बॉम्बे हाईकोर्ट में सीनियर एडवोकेट के रूप में नामित किया गया था. जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ इलाहाबाद हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस भी रह चुके हैं. मई 2016 में उन्हें सुप्रीम कोर्ट में जज बनाया गया. चीफ जस्टिस के पद की शपथ लेने से पहले वे बतौर सुप्रीम कोर्ट के सिटिंग जज के रूप में कार्यरत थे. वे सबरीमाला, समलैंगिकता, आधार और अयोध्या से जुड़े मामलों की सुनवाई में शामिल रहे हैं.
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