CJI DY Chandrachud on Ram Janmabhoomi-Babri Masjid Case: देश के मुख्य न्यायाधीश डी.वाई. चंद्रचूड़ ने रविवार (20 अक्टूबर) को कहा कि उन्होंने राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद के समाधान के लिए भगवान से प्रार्थना की थी और कहा कि अगर आस्था हो तो ईश्वर कोई भी रास्ता निकाल देते हैं. वह खेड़ तालुका में अपने पैतृक गांव कन्हेरसर के निवासियों को संबोधित कर रहे थे.


उन्होंने कहा, "अक्सर हमारे पास मामले (फैसले के लिए) आते हैं, लेकिन हम समाधान पर नहीं पहुंच पाते. अयोध्या (राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद) के दौरान भी कुछ ऐसा ही हुआ था, जो तीन महीने तक मेरे सामने था. मैं ईश्वर के सामने बैठा और उनसे कहा कि उन्हें इसका समाधान ढूंढना होगा."


'ईश्वर रास्ता निकाल ही देंगे'


मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) ने कहा, "मेरा विश्वास करें, अगर आपको भरोसा है, तो ईश्वर हमेशा कोई रास्ता निकाल देंगे." देश के तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली उच्चतम न्यायालय की पांच न्यायाधीशों की पीठ ने 9 नवंबर, 2019 को अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त करके उस विवादास्पद मुद्दे का निपटारा किया था जो एक सदी से भी अधिक पुराना था.


पीठ ने यह भी फैसला दिया था कि अयोध्या में ही वैकल्पिक पांच एकड़ के भूखंड पर मस्जिद बनाई जाएगी. न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ऐतिहासिक फैसला सुनाने वाली पीठ का हिस्सा थे. मुख्य न्यायाधीश इस साल जुलाई में अयोध्या में राम मंदिर गये थे और पूजा-अर्चना की थी. राम मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा समारोह इस साल 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में आयोजित हुआ था. 


रिटायर हो रहे हैं सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़


सीजेआई चंद्रचूड़ दो साल के कार्यकाल के बाद 11 नवंबर, 2024 को सेवानिवृत्त होने वाले हैं. उनकी सेवानिवृत्ति के बाद जस्टिस संजीव खन्ना भारत के अगले मुख्य न्यायाधीश का पदभार संभालेंगे. 


ये भी पढे़:


'मुसलमान बना दिए गए अछूत', चमोली का जिक्र कर बोले असदुद्दीन ओवैसी- PM मोदी अरब के शेखों से गले मिल सकते हैं तो...