CJI रंजन गोगोई ने जस्टिस एसए बोबडे के नाम की सिफारिश अगले चीफ जस्टिस के लिए की
सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस रंजन गोगोई 17 नवंबर को रिटायर हो रहे हैं. सीजेआई गोगोई ने केंद्र को एक पत्र भेजकर अपने बाद वरिष्ठतम न्यायाधीश एसए बोबडे को अपना उत्तराधिकारी बनाने की सिफारिश की है.
नई दिल्ली: चीफ जस्टिस (CJI) रंजन गोगोई ने दूसरे वरिष्ठतम जज जस्टिस एसए बोबडे को अगला CJI बनाने की सिफारिश कानून मंत्रालय को भेजी है. CJI की नियुक्ति का आधिकारिक आदेश राष्ट्रपति भवन से होता है. सीजेआई गोगोई 17 नवंबर को रिटायर हो रहे हैं. जस्टिस बोबडे 18 नवंबर को CJI बनेंगे और उनका कार्यकाल 23 अप्रैल 2021 तक होगा.
सीजेआई रंजन गोगोई ने तीन अक्टूबर 2018 को देश के 46वें प्रधान न्यायाधीश के तौर पर शपथ ग्रहण की थी. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि प्रधान न्यायाधीश ने परम्परा के अनुसार अपने उत्तराधिकारी के रूप में अपने बाद अगले वरिष्ठतम न्यायाधीश के नाम की सिफारिश की है.
CJI रंजन गोगोई ने दूसरे वरिष्ठतम जज जस्टिस SA बोबडे को अगला CJI बनाने की सिफारिश कानून मंत्रालय को भेजी। CJI की नियुक्ति का आधिकारिक आदेश राष्ट्रपति भवन से होता है। जस्टिस गोगोई 17 नवंबर को रिटायर हो रहे हैं। जस्टिस बोबडे 18 नवंबर को CJI बनेंगे। कार्यकाल 23 अप्रैल 2021 तक होगा
— Nipun Sehgal (@Sehgal_Nipun) October 18, 2019
शरद अरविंद बोबडे का जन्म नागपुर में हुआ था. जस्टिस शरद अरविंद ने नागपुर विश्वविद्यालय से बी.ए. और एल.एल.बी डिग्री ली है. शरद अरविंद बोबडे अपर न्यायाधीश के रूप में 29 मार्च, 2000 को बॉम्बे हाई कोर्ट की खंडपीठ का हिस्सा बने. उन्होंने 16 अक्टूबर, 2012 को मध्य प्रदेश हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली. 12 अप्रैल, 2013 को जस्टिस बोबडे सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस बने थे.
अयोध्या के राम मंदिर-बाबरी मस्जिद मामले के लिए गठित सीजेआई रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यों की पीठ में जस्टिस बोबडे भी हैं. संभावना है कि 15 नवंबर तक अयोध्या मामले में फैसला आ जाएगा.