राज्यसभा में जेपी नड्डा और डेरेक ओ ब्रायन के बीच हुई तीखी नोंक झोंक, निर्मला सीतारमण ने डोला सेन को दिया बंगाली में जवाब
राज्यसभा में जेपी नड्डा और डेरेक ओ ब्रायन के बीच हुई तीखी नोंक झोंक देखने को मिली. इसके अलावा वित्त विधेयक पर चर्चा के दौरान निर्मला सीतारमण ने डोला सेन को बंगाली में जवाब दिया.
नई दिल्लीः बुधवार को राज्यसभा में दो मौक़े ऐसे आए जब सदन में बंगाल चुनाव का रंग देखने को मिला. दिल्ली में एलजी और मुख्यमंत्री के बीच शक्तियों के बंटवारे से जुड़े बिल पर हुई चर्चा में जब टीएमसी के सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने अपना भाषण दिया तो वो दिल्ली के बारे में कम और बंगाल के बारे में ज़्यादा था. डेरेक ओ ब्रायन ने अपने भाषण में बीजेपी और चुनाव आयोग पर जमकर राजनीतिक हमला किया. उन्होंने बंगाल में निष्पक्ष चुनाव को लेकर आयोग की क्षमता पर कई बार सवाल खड़ा किया. बस फिर क्या था, सदन में मौजूद बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा ने तुरंत उनके आरोपों का जवाब दिया.
नड्डा को ऐसे तो बिल पर बहस में भाग नहीं लेना था लेकिन उन्होंने डेरेक ओ ब्रायन की बात का जवाब देने के लिए सभापति से इजाज़त ली. नड्डा ने डेरेक ओ ब्रायन को जवाब देते हुए कहा कि उनकी पार्टी वो खिलाड़ी नहीं है जो मैच हारने पर अंपायर को दोष देती है.
नड्डा ने साफ़ किया कि बीजेपी ने चुनाव आयोग के किसी फ़ैसले या उसकी साख़ पर कभी भी सवाल नहीं किया है. टीएमसी अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का नाम लिए बग़ैर नड्डा ने चुटकी लेते हुए कहा कि बीजेपी कभी भी हारने पर ईवीएम का बहाना नहीं बनाती है. नड्डा ने डेरेक ओ ब्रायन से कहा कि उनके डर को देखकर उन्हें अंग्रेज़ी की एक कहावत याद आती है - 'Coming events cast their shadow before '
वहीं वित्त विधेयक पर चर्चा के दौरान भी बंगाल चुनाव की गूंज सुनाई पड़ी. टीएमसी की तेज़ तर्रार सांसद डोला सेन ने विधेयक पर चर्चा के दौरान बंगाली में बोलते हुए मोदी सरकार पर बंगाल के खिलाफ़ सौतेला रवैया अपनाने का आरोप लगाए.
जिसके बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण भी कहां चुप बैठने वाली थीं. वित्त विधेयक पर अपने जवाब के दौरान सीतारमण ने उस समय सबको चौंका दिया जब उन्होंने डोला सेन के आरोपों का जवाब बंगाली में देना शुरू कर दिया. वैसे तो उन्होंने कागज़ में लिखा हुआ बयान पढ़ा लेकिन मूल रूप से तेलुगु भाषा से ताल्लुक़ रखने वाली सीतारमण को सुनकर सभी सांसद आश्चर्य में पड़ गए.
सीतारमण ने बंगाली में बोलते हुए कहा, ''बंगाल सरकार हमेशा शिकायत करती रहती है कि केंद्र सरकार बंगाल को कुछ भी नहीं देना चाहती. लेकिन प्रधानमंत्री की स्कीमों के तहत राज्य को आवंटित पैसा भी नहीं लेती हैं.'' सीतारमण को बंगाली में बोलते हुए डोला सेन ने जब टोका तो सीतारमण ने बंगाली में ही कहा - बोशुन , जिसका मतलब होता है बैठ जाइए.
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