पुलवामा: जम्मू कश्मीर के पुलवामा में छात्रों और सुरक्षाबलों के बीच झड़प हो गई है. इस दौरान छात्रों की तऱफ से आगजनी भी की गई है. घटना के बाद पुलवामा में काफी तनाव बना हुआ है. इलाके में छात्र लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
दरअसल सात अप्रैल को पुलवामा के डिग्री कॉलेज में बवाल हुआ था. तभी से छात्र आए दिन प्रदर्शन करते रहते हैं. छात्र अपने उन साथियों की रिहाई की मांग कर रहे हैं जिनको पुलिस ने पिछले दिनों गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार हुए छात्रों पर पत्थरबाजी में शामिल होने का आरोप है.
आज भी सैकड़ों छात्र एक साथ इकट्ठे होकर प्रदर्शन कर रहे थे. इस दौरान पुलिस ने उन्हें हटाने की कोशिश की तो छात्र उग्र हो गए और उन्होंने पत्थरबाजी शुरू कर दी. छात्रों ने पास से गुजर रहे एक पुलिसकर्मी की पिटाई भी की और पुलिसकर्मी की बाईक में आग लगा दी.
घटना के बाद पुलिस ने इलाके में गस्त बढ़ा दी है. पत्थरबाजी के बाद पुलवामा का मार्किट भी बंद हो गया है. छात्र रुक-रुक कर अभी भी पत्थराबजी कर रहे हैं. सुरक्षाकर्मियों का कहना है कि जल्द ही हालात पर काबू पा लिया जाएगा.
क्या है पूरा मामला
घाटी में घमासान की शुरूआत 9 अप्रैल हुई थी, जब श्रीनगर में उपचुनाव था. उस दिन सीआरपीएफ के जवान पोलिंग ड्यूटी खत्म करके वापस बैरिक लौट रहे थे, तभी स्थानीय युवकों ने उनके साथ बदसलूकी की. स्थानीय युवकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई और पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया था.
इसके बाद 12 अप्रैल को पुलवामा डिग्री कॉलेज के बाहर नाका लगाने पर छात्रों और सुरक्षाबलों के बीच विवाद हुआ. छात्रों ने सुरक्षाबलों और उनकी गाड़ियों पर पत्थर फेंके. 15 अप्रैल को विवाद ज्यादा बढ़ा तो सुरक्षाबलों ने पत्थरबाज़ों पर लाठीचार्ज किया, जिसमें करीब 55 छात्र ज़ख्मी हुए. इसी के विरोध में छात्रों ने पूरे कश्मीर में विरोध प्रदर्शन का फैसला किया था.