नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कांफ्रेंस में घोषणा की है कि 8 जून से हरियाणा और यूपी से लगने वाली दिल्ली की सीमाएं खोल दी जाएंगी. एक हफ्ते पहले दिल्ली सरकार ने घोषणा की थी कि राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच दिल्ली की सीमाएं एक सप्ताह तक बंद रहेंगी.


केजरीवाल ने कहा कि दिल्‍ली सरकार के अधीन आने वाले अस्‍पतालों में सभी बेड दिल्‍ली वासियों के लिए सुरक्षित रहेंगे, जबकि केंद्र के अंतर्गत आने वाले हॉस्पिटल्‍स दिल्‍ली के बाहर वालों के लिए भी उपलब्ध होंगे. उन्होंने कहा कि जून महीने के अंत तक, दिल्ली को 15,000 बिस्तरों की आवश्यकता होगी.






सीएम केजरीवाल ने बताया- क्यों नहीं दे रहे हैं होटलों को खोलने की इजाजत
साथ ही शॉपिंग मॉल्‍स, रेस्‍टोरेंट और मंदिर आमलोगों के लिए खोल दिए जाएंगे. वहीं होटलों और बैंकेवेट हाल को बंद रखा जाएगा. इस अनलॉक के बीच सोशल डिस्टेसिंग का पालन करना होगा. केजरीवाल ने कहा कि हो सकता है आने वासे समय में बहुत से होटलों और बैंकेवेट को अस्पताल में बदलना पड़े. इसलिए हमने ये फैसला लिया है.






अरविंद केजरीवाल ने की बुजुर्गों से की विनती
केजरीवाल ने कहा कि सभी बुजुर्गों से मेरी विनती है कि वो घर में रहे. बुजुर्ग लोगों के लिए लॉकडाउन खत्म नहीं हुआ है बल्कि और सख्ती से लागू हो गया है. आप लोगों से ना मिलें, बाहर ना जाएं, एक ही कमरे में रहें.


दिल्ली सरकार के अस्पतालों में होगा सिर्फ दिल्ली वालों का इलाज


दिल्ली सरकार के अस्पतालों में दिल्ली वालों का ही इलाज होगा. अरविंद केजरीवाल ने रविवार को ये अहम फैसला लिया है. काफी दिनों से इस बात को लेकर चर्चा हो रही थी कि क्या स्थानीय अस्पतालों में दिल्ली के लोगों का ही इलाज होगा या बाहरी लोगों को भी यह सुविधा मिलेगी.


डॉ. महेश वर्मा कमेटी ने दिल्ली में चिकित्सा व्यवस्था को लेकर शनिवार को दिल्ली सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपी थी. रिपोर्ट में कहा गया था कि दिल्ली का हेल्थकेयर इंफ्रास्ट्रक्चर केवल दिल्ली के लोगों के लिए इस्तेमाल किया जाना चाहिए. अगर बाहर वालों का भी इलाज होगा तो तीन दिन के अंदर सारे बेड भर जाएंगे.


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