CM Kejriwal To Meet Mamata Banerjee: दिल्ली में तबादलों और नियुक्तियों पर केंद्र के अध्यादेश के ख़िलाफ़ आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल लगातार विपक्षी दलों के नेताओं से मुलाक़ात कर रहे हैं. दिल्ली सीएम राज्यसभा में बिल के तौर पर पेश होने पर इसे रोकने के लिए समर्थन जुटाने का प्रयास कर रहे हैं. इसी कड़ी में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आज पश्चिम बंगाल पहुंच कर ममता बनर्जी से मुलाकात करने वाले हैं.  


कोलकाता में ममता बनर्जी के साथ अरविंद केजरीवाल की शाम 3 बजे मुलाक़ात होगी. इस दौरान उनके साथ पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, राज्यसभा सांसद संजय सिंह, राघव चड्ढा और दिल्ली सरकार में कैबिनेट मंत्री आतिशी भी मौजूद रहेंगी. इसके बाद अरविंद केजरीवाल सभी नेताओं के साथ आज शाम को ही मुंबई पहुंचेंगे जहां कल उनकी मुलाक़ात उद्धव ठाकरे के साथ होगी. सूत्र बताते हैं कि कल (24 मई) को अरविंद केजरीवाल एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार से भी मुलाक़ात करेंगे. 


नीतीश कुमार ने सीएम केजरीवाल को दिया समर्थन- संजय सिंह


अध्यादेश के ख़िलाफ़ समर्थन जुटाने के अरविंद केजरीवाल के इस देश भ्रमण में उनका साथ दे रहे संजय सिंह ने कहा कि अरविंद केजरीवाल से पिछले दिनों नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव की मुलाक़ात हुई थी. इसमें उन्होंने हमारी पार्टी को पूरा समर्थन दिया. अरविंद केजरीवाल अब पूरे देशभर में जाएंगे और वहां के मुख्यमंत्रियों और पार्टियों के अध्यक्ष से मुलाक़ात करेंगे और समर्थन जुटाएंगे. उन्होंने आगे कहा कि आज सीएम केजरीवाल ममता बनर्जी से मिलने जा रहे हैं फिर उद्धव ठाकरे और शरद पवार से मुलाक़ात होगी. 


वहीं जब संजय सिंह से ये सवाल पूछा गया कि अध्यादेश के ख़िलाफ़ सभी पार्टियों को साथ लाना 2024 से पहले सेमीफ़ाइनल जैसा क्यों? इस पर जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि हम विपक्षी एकता की बात इसलिए कर रहे हैं ताकि लोकतंत्र को बचा सकें, संविधान को बचा सकें. लेकिन सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले को अध्यादेश लाकर पलटकर रख दिया जाता है तो वहां लोकतंत्र पर ये बड़ा प्रहार है. इसलिए सारी विपक्षी पार्टियों को एकजुट होकर इसके ख़िलाफ़ खड़ा होना चाहिए. इसी दृष्टि से हम कह रहे हैं कि यह सेमीफ़ाइनल है.


अध्यादेश के खिलाफ सभी पार्टियों को साथ लाने की बात कर रहे अरविंद केजरीवाल और संजय सिंह से जब इस मामले में पूछा गया कि कांग्रेस की तरफ़ से अभी तक स्थिति साफ़ नहीं हो पाई है कि वो अध्यादेश के ख़िलाफ़ राज्यसभा में आपका साथ देंगे या नहीं. हालांकि जो बयान आ रहे हैं उसे देख कर लगता है कि अभी भी पार्टी के अंदर विरोधाभास है? इस पर संजय सिंह ने कहा कि इसके बारे में कांग्रेस पार्टी से पूछें. उनका एक बयान आया है कि लाइट माइंडेड पार्टी से पूछें. लाइट माइंडेड पार्टी मतलब क्या? संजय सिंह ने कहा कि RJD-JDU दोनों पार्टियां तो हमारा लगातार समर्थन कर रही हैं. वहीं, लेफ़्ट पार्टी इस क़ानून के ख़िलाफ़ दिल्ली में आंदोलन कर रही है. देर-सवेर जब भी उनका आधिकारिक बयान आएगा तो इस पर टिप्पणी करना ठीक रहेगा. कांग्रेस पार्टी संघीय ढांचे और राज्यों के अधिकारों के समर्थन में खड़ी है ये देखना होगा.


शीला दीक्षित की सरकार के दौरान नहीं देखी थी ऐसी टकरार- कांग्रेस


वहीं कांग्रेस का ये कहना कि 15 साल शीला दीक्षित की सरकार रही तब इस तरह का टकराव देखने को नहीं मिला. सरकार सही तरीक़े से अपना काम करती रही फिर अब ऐसा क्यों? तो इस पर संजय सिंह ने कहा कि मैं किसी सूत्रों के हवाले से ख़बर पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दूंगा. कांग्रेस पार्टी का आधिकारिक बयान आने दीजिए.


इस बीच आप के राज्यसभा सासंद संजय सिंह से ये पूछा गया कि आप की मुफ़्त योजनाओं से जुड़े वादों का फ़ायदा अब कांग्रेस को मिलने लगा है. क्योंकि बिजली-पानी और दूसरी मुफ़्त योजनाओं को अपने मैनिफ़ेस्टों में रखने के बाद कांग्रेस हिमाचल और कर्नाटक में सरकार बनाने में कामयाब रही. ऐसे में क्या AAP अपने फ़ार्मूले में बदलाव लायेगी? इस पर संजय सिंह ने कहा कि हम लोग जो वादा करते हैं, उसको पूरा भी करते हैं. आम आदमी पार्टी के वादे, जिसे हम गारंटी कहते हैं उस पर इस देश के लोगों को पूरा भरोसा है. इसलिए तीन बार अरविंद केजरीवाल को दिल्ली में लोगों ने चुना है. संजय सिंह ने कहा कि अच्छी बात है कि वो हमारी कॉपी कर रहे हैं लेकिन उसको पूरा भी तो करें. 


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