Arvind Kejriwal On Congress: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ समर्थन को लेकर कांग्रेस (Congress) को तीसरा मैसेज भेजा है. इससे पहले भी आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से मिलने के लिए समय मांगा था. केजरीवाल केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ समर्थन जुटाने के लिए लगातार विपक्षी दलों के नेताओं से मिल रहे हैं.


उन्होंने गुरुवार (1 जून) को दक्षिण में कांग्रेस के सहयोगी डीएमके प्रमुख और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन से मुलाकात की. केजरीवाल ने इस बैठक के बाद कहा कि मैं सीएम स्टालिन को इतने गर्मजोशी से स्वागत के लिए धन्यवाद देता हूं. इस अलोकतांत्रिक अध्यादेश के खिलाफ हमारा समर्थन करने के लिए एमके स्टालिन जी का धन्यवाद करता हूं. मैंने मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी से भी मिलने का समय मांगा है, लेकिन अभी उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं आया है. 


"हमें उम्मीद कि कांग्रेस समर्थन करेगी"


केजरीवाल ने कहा कि हमें उम्मीद है कि कांग्रेस भी इस अलोकतांत्रिक अध्यादेश के खिलाफ हमारा समर्थन करेगी. 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए एक संयुक्त विपक्ष की चर्चा पर निर्धारित बैठक में काम किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि 8 वर्षों के लंबे संघर्ष के बाद, दिल्ली ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के साथ जीत हासिल की, जिसमें निर्वाचित सरकार को नौकरशाहों पर पूर्ण नियंत्रण दिया गया. 


"हमारे पास डीएमके का समर्थन है"


दिल्ली के मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश को रद्द करने के लिए केंद्र ने असंवैधानिक अध्यादेश लाया. यदि सभी गैर-बीजेपी दल एक साथ आते हैं, तो हम इस विधेयक को राज्यसभा में हरा सकते हैं, जहां बीजेपी के पास केवल 93/238 सीटें हैं. ये 2024 के लिए एक मजबूत संदेश होगा. मैं समर्थन मांगने के लिए स्टालिन जी के पास आया हूं और मुझे ये कहते हुए खुशी हो रही है कि हमारे पास डीएमके का समर्थन है. केजरीवाल इससे पहले ममता बनर्जी, उद्धव ठाकरे, शरद पवार सहित कई प्रमुख विपक्षी नेताओं से मुलाकात करे चुके हैं.


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