नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शहर में तिरंगा फहराने संबंधी दिल्ली सरकार के फैसले का विरोध करने के लिए विपक्षी दलों पर निशाना साधा है. सीएम केजरीवाल ने पूछा, 'तिरंगा भारत में नहीं तो क्या पाकिस्तान में फहराया जाएगा?' केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा में कहा कि देशभक्ति पर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए और देश सभी का है.


केजरीवाल ने कहा, 'बजट में हमने घोषणा की कि हम शहरभर में 500 स्थानों पर तिरंगा फहराएंगे. जब भी हम राष्ट्रीय ध्वज देखते हैं, हमें सीमाओं पर लड़ने वाले सैनिक की याद आती है. मैं यह नहीं समझ पा रहा हूं कि बीजेपी और कांग्रेस फैसले का विरोध क्यों कर रहे हैं.'


देशभक्ति पर कोई राजनीति नहीं


मुख्यमंत्री ने कहा, 'उन्हें इस निर्णय का समर्थन और सराहना करनी चाहिए. देशभक्ति पर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए. देश सभी का है... मैं पूछना चाहता हूं कि क्या भारत में नहीं तो पाकिस्तान में भी तिरंगा फहराया जाएगा?'


केजरीवाल ने कहा कि विपक्षी दल 2048 के ओलंपिक खेलों की मेजबानी के लिए आवेदन करने और 2047 तक सिंगापुर के स्तर पर प्रति व्यक्ति आय को बढ़ाने की घोषणा के लिए दिल्ली सरकार का मजाक उड़ा रहे है. उन्होंने कहा, 'हम इसे हासिल करेंगे... हम ओलंपिक की मेजबानी के लिए केंद्र और भारत ओलंपिक संघ से संपर्क करेंगे.'


मुख्यमंत्री ने दावा किया कि पिछले डेढ़ महीने में लगभग सभी राज्यों और केन्द्र ने घाटे का बजट पेश किया लेकिन दिल्ली सरकार ने इन मुश्किल समय में भी अधिशेष बजट पेश किया. केजरीवाल ने आरोप लगाया कि राम मंदिर तैयार होने पर बुजुर्गों को अयोध्या भेजने की उनकी सरकार की घोषणा का कांग्रेस और बीजेपी विरोध कर रहे हैं.


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