Karnataka CM Basavaraj Bommai: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिद्धारमैया ने हाल ही में कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ‘कठपुतली’ करार दिया था. अब मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई (Basavaraj Bomma) ने कहा कि उन्हें आरएसएस के साथ जुड़कर खुद पर गर्व महसूस होता है. शुक्रवार को राज्य के तुमकुरु क्षेत्र में एक सरकारी कार्यक्रम में पहुंचे मुख्यमंत्री बोम्मई ने कहा, “मैं अपने सिद्धांतों और देशभक्ति के कारण खुद को आरएसएस के साथ गर्व से जोड़ता हूं.”


बता दें कि विपक्षी कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने निशाना साधते हुए सीएम बोम्मई को आरएसएस की कठपुतली बताया था और एक ‘अक्षम’ व्यक्ति करार दिया था.


2008 में ही बीजेपी में शामिल हुए थे बोम्मई
कर्नाटक के सीएम का आरएसएस से पुराना नाता नहीं रहा है वह समाजवादी आंदोलनों और जनता दल पार्टी से अपने पिता और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एस आर बोम्मई की तरह जुड़े होने के बाद 2008 में ही भाजपा में शामिल हुए थे. वैसे बोम्मई लंबे समय से भाजपा के नेताओं की तुलना में यह साबित करने की कोशिश कर रहे हैं कि वह आरएसएस के विचारों और सिद्धांतों के साथ जुड़े हुए हैं. ऐसे में वह विपक्ष के निशाने पर आ गए हैं. बोम्मई ने कुछ हफ्ते पहले कहा था कि कांग्रेस आरएसएस के खिलाफ बदनामी का अभियान चला रही है लेकिन लोग आरएसएस के बारे में सब कुछ जानते हैं.


आरएसएस एक देशभक्त, राष्ट्रवादी संगठन है- बोम्मई
बोम्मई ने पूर्व में कहा था, “आरएसएस एक देशभक्त, राष्ट्रवादी संगठन है जो समाज सेवा में लगा हुआ है. आपदाओं के दौरान लोगों को बचाने में आरएसएस के कार्यकर्ता सबसे आगे थे. RSS ने कई राज्यों में सराहनीय कार्य किया है. कांग्रेस पार्टी और विपक्ष के नेता सिद्धारमैया को आरएसएस का दुश्मन माना जाता है. इस स्टैंड के कारण कांग्रेस कई राज्यों में सत्ता और अपना आधार खो चुकी है.यह कर्नाटक में भी दोहराया जाएगा, ”


बोम्मई पर कांग्रेस और जेडीएस दलों ने लगाए हैं कई आरोप
28 जुलाई को कर्नाटक के मुख्यमंत्री के रूप में बोम्मई का एक साल का कार्यालय पूरा हुआ है. इस दौरान बोम्मई पर विपक्षी कांग्रेस और जेडीएस दलों ने लगातार सीएम के रूप में बने रहने के प्रयास में दक्षिणपंथी समूहों के सांप्रदायिक एजेंडे से आंखें मूंदने का आरोप लगाया है. पूर्व मुख्यमंत्री और जनता दल (सेक्युलर) पार्टी के नेता एच डी कुमारस्वामी ने हाल ही में कहा था, “हमारे मुख्यमंत्री कुछ संगठनों की कठपुतली हैं.उन्हीं के इशारे पर वह सरकार चला रहे हैं. अपनी सीट की रक्षा के लिए, वह जो कुछ भी कहते हैं, वह सुन रहे हैं.”


उन्होंने ये भी कहा था, “मेरी राय में, यह सरकार स्वतंत्र नहीं है. कुछ रिमोट कंट्रोल होता है जो सरकार चलाने के लिए काम करता है. उनके पास सरकार चलाने की ताकत नहीं है. आरएसएस के पास रिमोट है. सरकार राज्य के लोगों की सराहना जीतने के लिए नहीं चल रही है बल्कि संघ परिवार को प्रभावित करने के लिए चलाई जा रही है."


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