CM On HSCL Paper Leak Case: असम में 10वीं का पेपर लीक केस में राजनीति जारी है. विपक्षी दल इस मामले में सरकार को घेरने की कोशिश में लगे हैं. इस बीच मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बड़ा बयान दिया है. मुख्यमंत्री ने इसे सरकार की विफलता बताया है. उन्होंने कहा, "राज्य बोर्ड की 10वीं कक्षा की परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होना उनकी सरकार की ओर से एक विफलता है." मुख्यमंत्री ने यह बातें विधानसभा सत्र में कहीं.


विधानसभा सत्र के दौरान सीएम सरमा ने दावा किया कि इस घोटाले के पीछे के मास्टरमाइंड की पहचान कर ली गई है. उन्होंने कहा, "मैट्रिक का पेपर लीक नहीं होना चाहिए था. यह हमारी विफलता को दर्शाता है. मैं इसे स्वीकार करता हूं. इस मामले में एक केंद्र प्रभारी और तीन शिक्षकों सहित सभी मुख्य आरोपियों की पहचान कर ली गई है और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी."


22 लोग हिरासत में लिए गए


पुलिस ने मंगलवार (14 मार्च) को कहा था कि HSLC परीक्षा प्रश्न पत्र लीक मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया और 22 को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया. असम के डीजीपी जीपी सिंह ने मीडिया को बताया था कि राज्य के विभिन्न हिस्सों जैसे गुवाहाटी, उत्तरी लखीमपुर, धेमाजी, सादिया, डिब्रूगढ़ और तिनसुकिया से छात्रों समेत 22 लोगों को हिरासत में लिया गया है.


31 मार्च को हो सकती है परीक्षा


विपक्ष इस मामले में लगातार शिक्षा मंत्री रणोज पेगू के इस्तीफे की मांग कर रहा है. शिक्षा मंत्री के इस्तीफे के लिए राज्य भर में बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं. कुछ लोगों ने एसईबीए अध्यक्ष आरसी जैन के इस्तीफे की मांग की है. बता दें कि पेपर लीक होने के बाद 13 मार्च को परीक्षा रद्द कर दी गई थी, अब इस परीक्षा को 31 मार्च को कराए जाने का फैसला लिया गया है. 


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