असम सरकार 12,000 किलो ग्राम अफीम सिर्फ दो दिनों में जलाई जाएगी. जब्त नशीले पदार्थों को पुलिस 17 जुलाई को दीफू व गोलाघाट और 18 जुलाई को नगांव व होजई में जलाएंगी. असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि उनकी सरकार ने ड्रग्स के खतरे के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है.


विधानसभा में एक प्रश्न का उत्तर देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्वोत्तर के सभी राज्यों में एकजुट होकर इस समस्या से लड़ने का प्रयास किया जा रहा है. सरमा ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह ने उन्हें ड्रग्स, गौ तस्करी और मानव तस्करी के खिलाफ कड़े कदम उठाने के निर्देश दिए हैं.


मुख्यमंत्री ने सदन को बताया कि असम पुलिस ने पिछले दो महीनों के दौरान नशीले पदार्थों की तस्करी में शामिल 1,897 लोगों को गिरफ्तार किया है. उन्होंने बताया कि इस दौरान 28 किलोग्राम हेरोइन व 41 किलोग्राम अफीम समेत अन्य को जब्त किया गया है. मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने राज्य विधानसभा को सूचित किया कि सरकार पिछले दो महीनों में जब्त की गई दवाओं को 17 और 18 जुलाई को सार्वजनिक रूप से जलाएगी.


मुख्यमंत्री ने कहा कि नेटवर्क की जड़ म्यांमार में है और कुछ विद्रोही समूह आपूर्ति में शामिल हैं, लेकिन उन्होंने कहा कि सरकार को व्यापार में उल्फा (आई) आतंकवादियों के शामिल होने के बारे में कोई जानकारी नहीं है. “पूर्वोत्तर राज्य नशीली दवाओं के खतरे को समाप्त करने के लिए कुल समन्वय में काम कर रहे हैं. मैं राज्यों के मुख्यमंत्रियों के संपर्क में हूं."


सरमा के मुख्यमंत्री बनने के बाद से असम पुलिस ने अवैध ड्रग्स रैकेट के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है. मई के बाद से, राज्य पुलिस ने कुछ ड्रग सरगनाओं सहित 1897 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि एक को मार डाला है.


ड्रोन कार्गो सेवा अब होगी आसान, सरकार ने जारी किया ड्रोन रूल्स 2021 का ड्राफ़्ट