हैदराबाद: तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव सूबे में 2019 लोकसभा चुनाव से पहले विधानसभा भंग कर चुनाव करा सकते हैं. ये अटकलें तब और तेज हो गई जब खुद सत्तारूढ़ दल तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के प्रमुख चंद्रशेखर राव ने कहा कि मैं जब भी इसपर फैसला लूंगा और और आपको जरूर बताऊंगा.


हैदराबाद के बाहरी इलाके में लाखों समर्थकों की भीड़ में चंद्रशेखर राव (केसीआर) ने कहा, "राज्य के भविष्य पर फैसला लेने का जिम्मा मंत्रियों और पार्टी नेताओं ने मुझ पर छोड़ा है. मैं इसके लिए खुद को भाग्यशाली मानता हूं. जब भी इस पर फैसला लूंगा तो आपको जरूर बताऊंगा."


मुख्यमंत्री राव ने कहा कि राज्यसभा सांसद के केशव राव की अध्यक्षता में जल्दी ही एक कमेटी का गठन किया जाएगा जो नई योजनाओं और कार्यक्रमों के साथ चुनाव घोषणा पत्र तैयार करेगी.


एक घंटे के भाषण में राव ने दावा किया कि जनता प्रदेश में एक बार फिर टीआरएस की सरकार चाहती है. इसके साथ ही उन्होंने लोगों से राज्य के कल्याण के लिए समर्थन मांगा. उन्होंने बीजेपी और कांग्रेस की ओर इशारा करते हुए कहा कि राज्य के लोगों को दिल्ली की पार्टियों का गुलाम नहीं बनना चाहिए.


चंद्रशेखर राव ने कहा, ''हम भी तमिलनाडु की तरह शक्तिशाली बनेंगे. जिस तरह से वहां के लोग अपने नेताओं के साथ शासन करते हैं, उसी तरह हम भी दिल्ली की सत्ता के सामने नहीं झुकेंगे.''


इससे पहले 24 जून को तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के प्रमुख ने कहा था कि चुनाव समय से पहले कराए जा सकते हैं. राव ने 15 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी. राव ने कहा कि उनकी पार्टी के नेता और जनता भी समय पूर्व चुनाव के लिए तैयार हैं. उन्होंने विश्वास जताया कि टीआरएस 119 सदस्यीय विधानसभा में 100 से अधिक सीटें जीतेगी.


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आपको बता दें कि आंध्र प्रदेश से अलग तेलंगाना बनने के बाद पहली विधानसभा के लिए मई 2014 में चुनाव हुए थे. पांच साल का कार्यकाल मई 2019 में पूरा होगा और लोकसभा चुनाव के साथ चुनाव होंगे. ऐसी अटकलें हैं कि मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव लोकसभा चुनाव के साथ राज्य के विधानसभा चुनाव कराने के पक्ष में नहीं हैं.


चंद्रशेखर राव राष्ट्रीय राजनीति में भी दखल की कोशिश कर चुके हैं और वे 2019 लोकसभा चुनाव में संघीय मोर्चे पर विचार की बात कहते रहे हैं. उन्होंने पिछले दिनों कहा था कि प्रस्तावित गैर-कांग्रेसी, गैर बीजेपी संघीय मोर्चा राष्ट्रीय राजनीति को हिला देगा.


राव आगामी चुनावों में गठबंधन को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, जेडीएस प्रमुख एचडी देवगौड़ा से भी मुलाकात कर चुके हैं. ममता बनर्जी विपक्षी दलों का गठबंधन चाहती हैं, जिसमें कांग्रेस शामिल हो. न की कांग्रेस के नेतृत्व में अन्य छोटे दल चुनाव लड़े. ममता के फॉर्मूले पर चंद्रशेखर राव हामी भर चुके हैं.