नई दिल्ली: गणतंत्र दिवस के मौके पर राजधानी में हुई हिंसा को ‘‘दुर्भाग्यपूर्ण’’ करार देते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इससे केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन समाप्त नहीं होगा .


केजरीवाल ने कहा, ‘‘हिंसा के लिये जिम्मेदार लोगों को ‘सख्त से सख्त सजा‘ दी जानी चाहिए . आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की नौंवी बैठक को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा कि तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन उनके अपने अस्तित्व को बचाए रखने के लिए संघर्ष है .


मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘गणतंत्र दिवस के मौके पर हिंसा दुर्भाग्यपूर्ण है और इसके लिए जो भी जिम्मेदार हैं उन्हें सख्त से सख्त सजा दी जानी चाहिए .’’ उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन हिंसा से किसानों का आंदोलन समाप्त नहीं होगा, यह मुद्दा अब भी है इसलिए आंदोलन समाप्त नहीं हो सकता है. हमने प्रदर्शनकारी किसानों को शांतिपूर्ण समर्थन दिया है .’’ मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि मंगलवार को हुई हिंसा के लिए जो भी जिम्मेदार हैं उन्हें सख्त सजा मिलनी चाहिये .


केजरीवाल ने कहा, ‘‘जो कोई भी इसके लिए जिम्मेदार है, वह सजा का हकदार है और मैं उन लोगों के बारे में नहीं कह रहा हूं जिनके खिलाफ पुलिस ने फर्जी मामले दर्ज किए हैं . जो भी जिम्मेदार है और जो भी पार्टी जिम्मेदार है, उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए .’’ उन्होंने रेखांकित करते हुए कहा कि जिस देश में किसान दुखी हैं वहां कभी समृद्धि नहीं हो सकती है . उन्होंने कहा ‘‘ हमारे प्रदेश में हम सबको उनका समर्थन करना चाहिए और हमारा समर्थन अहिंसक होना चाहिये . ’’


केजरीवाल ने कहा, ‘‘ जब भी आप ऐसा करें तो आप अपनी पार्टी का झंडा और टोपी अपने घर में छोड़ दें क्योंकि यह समर्थन गैर राजनीतिक होना चाहिये और आपको एक आम व्यक्ति की तरह उनका समर्थन करना चाहिए .’’


आम आदमी पार्टी के संयोजक ने दावा किया कि देश में किसान संकट में हैं और पिछले 70 सालों में सभी राजनीतिक दलों ने उनके साथ धोखा किया है.


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