Nagaland: नागालैंड को 100 साल बाद मिला दूसरा रेलवे स्टेशन, CM नेफियू रियो ने बताया ऐतिहासिक दिन
Nagaland: नागालैंड को तकरीबन 100 से भी ज्यादा साल बाद दूसरा रेलवे स्टेशन मिल गया है. मुख्यमंत्री नेफियू रियो ने शोखुवी रेलवे स्टेशन से डोनी पोलो एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.
Nagaland: नागालैंड (Nagaland) में शुक्रवार को 26 अगस्त के दिन शोखुवी (Shokhuvi) में एक नये रेलवे स्टेशन (Railway Station) की शुरुआत की गई. यह दिन नागालैंड के लिए इसलिए काफी खास रहा, क्योंकि तकरीबन 100 से भी ज्यादा सालों बाद नागालैंड को दूसरा रेलवे स्टेशन मिला है. नागालैंड की राजधानी दीमापुर (Dimapur) में 1903 में पहले रेलवे स्टेशन की शुरुआत की गई थी.
मुख्यमंत्री नेफियू रियो ने शुक्रवार के दिन शोखुवी रेलवे स्टेशन से डोनी पोलो एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. डोनी पोलो एक्सप्रेस इससे पहले असम के गुवाहाटी और अरुणाचल प्रदेश के नाहरलागुन के बीच रोजाना चलती थी. जिसकी रेलवे स्टेशनों में बढ़ोत्तरी करते हुए अब दीमापुर से कुछ किलोमीटर दूर शोखुवी तक बढ़ा दिया गया है.
Today is a historic day for Nagaland. We're getting the 2nd railway terminal passenger services after a gap of more than 100yrs on Dhansari–Shokhuvi railway line. Elated to flag-off Donyi Polo Exp. from Shokhuvi station, an alt. route for N'land & Manipur passengers to Guwahati pic.twitter.com/JbOVRtJLtF
— Neiphiu Rio (@Neiphiu_Rio) August 26, 2022
ट्रेन सेवा से सीधे जुड़े नागालैंड और अरुणाचल प्रदेश
डोनी पोलो एक्सप्रेस का मार्ग बढ़ाए जाने और रेलवे स्टेशनों में शुखोवी रेलवे स्टेशन तक बढ़ोत्तरी करने के साथ ही अब नागालैंड और अरुणाचल प्रदेश सीधे आपस में ट्रेन सेवा से जुड़ जाएंगे. नागालैंड के मुख्यमंत्री नेफियू रियो ने एक ट्वीट करते हुए नागालैंड के इतिहास में शुक्रवार के दिन को ऐतिहासिक दिन करार दिया है.
सीएम ने बताया ऐतिहासिक दिन
नागालैंड (Nagaland) के मुख्यमंत्री नेफियू रियो (Chief Minister Neiphiu Rio) ने ट्वीट कर लिखा 'नागालैंड के लिए आज का दिन ऐतिहासिक है, राज्य को धनसारी-शोखुवी रेलवे लाइन पर 100 से अधिक वर्षों के अंतराल के बाद दूसरी रेलवे टर्मिनल यात्री सेवाएं मिली हैं.' वहीं पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (एनएफआर) के महाप्रबंधक अंशुल गुप्ता ने इस दौरान कहा कि यह भारतीय रेलवे और एनएफआर के लिए गर्व का क्षण है जो पूर्वोत्तर राज्यों की सभी राजधानियों को समयबद्ध तरीके से रेलवे से जोड़ने का काम कर रहा है.
इसे भी पढ़ेंः
Covid-19: मॉडर्ना ने फाइजर और उसकी पार्टनर कंपनी के खिलाफ मुकदमा किया दर्ज, ये है पूरा मामला