पटना: केंद्र सरकार ने लॉकडाउन के दौरान दूसरे राज्यों में फंसे लोगों को आवागमन में छूट देने का फैसला किया है. इसको लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्र का धन्यवाद किया है. उन्होंने कहा है कि ये फैसला उपयुक्त और स्वागत योग्य है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह हमलोगों का आग्रह था और उस पर केन्द्र सरकार ने सकारात्मक निर्णय लिया है. इससे बड़ी संख्या में दूसरे राज्यों में फॅसे हुये बिहार आने को इच्छुक प्रवासी मजदूरों, छात्र-छात्राओं, श्रद्धालुओं, पर्यटकों और दूसरे लोगों को यहां आने में सुविधा होगी और उन्हें बड़ी राहत मिलेगी.
नीतीश कुमार ने कहा है कि केन्द्र सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का अनुपालन जनहित में है और सबको इसका पालन करना चाहिए. बिहार सरकार ने इस मामले में केन्द्र सरकार द्वारा आपदा प्रबंधन अधिनियम के अन्तर्गत जारी दिशा-निर्देशों का हमेशा अनुपालन किया है.
सुशील मोदी
बिहार के दूसरे नेताओं ने भी इस फैसला का स्वागत किया है. बीजेपी के सीनियर नेता और डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने कहा, ‘’भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्र के गृहमंत्री को धन्यवाद देना चाहूंगा, जिन्होंने बिहार के मांग को स्वीकार किया. चूंकि सोमवार को जो सभी मुख्यमंत्री के साथ पीएम की बैठक हुई थी तो बिहार के मुख्यमंत्री ने वहां मुद्दा उठाया था कि केंद्र सरकार अपने गाइडलाइन में संशोधन करे. हम अपने छात्रों और मजदूरों को बुलाना चाहते हैं जो लोग भी फंसे हुए हैं लेकिन आपके गाइडलाइन के अंदर उसकी अनुमति नहीं है और मुझे खुशी है और ये मुझे संकेत भी था कि अगले दो दिन में भारत सरकार अपने गाइडलाइन में संसोधन करेगी.’’
अशोक चौधरी
वहीं बिहार के जेडीयू के नेता और भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने कहा, "केंद्र सरकार का जो निर्णय है उसका हम स्वागत करते हैं. मेरी समझ से मुख्यमंत्री के चर्चा के बाद ही इस निर्णय को लिया गया है. इसलिए हम इसका स्वागत करते हैं.’’ यहां से गाड़ी भेजने के सवाल पर उन्होंने कहा कि जो परिस्थिति बनेगी उसको देखते हुए उसपर निर्णय राज्य सरकार को लेना है.
राम कृपाल यादव
पूर्व केन्द्रीय राज्य मंत्री और बीजेपी सांसद राम कृपाल यादव ने भी इस फैसले का स्वागत किया. उन्होंने कहा, ‘’बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस मामले को उठाया था. उसके बाद कई सांसदों और विधायकों ने भी इसकी मांग की थी. केन्द्र सरकार के फैसले से बिहार के लाखों लोंगो को इसका लाभ मिलेगा. अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी प्रवासी बिहारियों को बिहार बुलाने में किसी तरह की दिक्कत नहीं होगी. विरोधियों के मुंह पर तमाचा लगा है जो कोरोना महामारी के आड़ में राजनीतिक गोटी सेकने में लगे थे और लोगों को भड़का रहे थे.’’
अश्विनी चौबे
केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय का ये फैसला स्वागत योग्य है. कोटा में फंसे छात्रों और दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों के लिए ये सुखद संवाद है. लगातार पीएम मोदी और गृह मंत्रालय की तरफ से फीडबैक लिया जा रहा था. हम लोग भी बिहार के बारे में गृह मंत्रालय को अवगत करा रहे थे.
तेजस्वी यादव
बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी ने कहा बिहार सरकार को अब कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक में रह रहे बिहारी प्रवासी को बुलाएं. अब कोई बहाना या नियमों का हवाला नहीं चलेगा. सभी लोगों को बिना देरी किए वापस लाया जाना चाहिए.