पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज इंडियन रोड कॉग्रेस के 80वें वार्षिक सत्र को संबोधित किया. इस कार्यक्रम में केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को भी हिस्सा लेना था पर वो इसमें शामिल नहीं हुए. सीएम नीतीश कुमार ने केंद्गीय मंत्री नितिन डकरी की अनुपस्थित में राज्य की खराब सड़कों के लिए उन्हें खूब खरी-खोटी सुनाई. नीतीश कुमार यहीं नहीं रुके और उन्होंने कहा कि दिल्ली जाकर उन्हें सुना दीजिएगा.
नीतीश कुमार ने कहा, ''हम अपने सड़कों की देख-रेख कर रहे हैं. आपको बिहार के सड़कों पर ध्यान देने की आवश्यकता है. एनएचआई को ये बखूबी देखने की जरूरत है. मेंटेनेंस अपने यहां कर रहे हैं. इसमें कोई गड़बड़ी करता है तो हम उसे छोड़ेंगे नहीं.''
मुख्यमंत्री ने कहा, ''गडकरी जी से पूछना चाहते हैं कि सेंट्रल रोड फंड (सीआरएस) का पैसा वो क्यों फाइनेंस मिनिस्ट्री में भेज दिए. अब वो आये नहीं पर ये मैसेज उनतक जरूर पहुंचा दीजिएगा, रोड मिनिस्ट्री का पैसा फाइनेंस मिनिस्ट्री में क्यों चला जाता है.''
नीतीश कुमार ने साथ ही राज्य के सड़कों की जमकर तारीफ की और सड़कों की पॉलिसी बताई. उन्होंने कहा, "बिहार में 10 साल बाद हम ही लोगों के समय ये कॉन्क्लेव हो रहा है, हम जिस राह से गुजरते हैं और रोड की स्थिति बुरी देखते हैं वहीं से अधिकारी को फोन कर पता करते हैं, इसके लिए पॉलिसी बनी है पर रूरल एरिया के लिए अलग से पॉलिसी बनाने की जरूरत है, सड़क बनाना ही प्रमुखता नहीं है. उसका रख-रखाव भी आवश्यक है. उन्होंने कहा कि रोड मेंटनेंस लोक निवारण प्राधिकरण के अंतर्गत होगी, इस बार से 7 साल तक रोड मेंटनेंस की जिम्मेदारी दी गई है.
नीतीश ने खुद के इंजीनियर होने का एहसास दिलाया
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इंजीनियरों को उनकी भूमिका समझाई और कहा वह भी एक इंजीनियर हैं. उन्होंने कहा कि इंजीनियर का काम केवल कॉन्ट्रेक्टर और साइट के पास ही जाना नहीं होता है. सीएम नीतीश ने कहा कि अगर सारा काम इंजीनियर का किया हुआ है तो कॉन्ट्रेक्टर के भरोसे क्यों बैठे, वो खुद क्यों न करे. नीतीश कुमार ने इंजीनियरों को बताया कि तीन तरह से काम करना चाहिए. पहला तो ये कि समय सीमा में काम होना चाहिए, दूसरा क्वालिटी अच्छी होनी चाहिए और तीसरा किए गए काम मेंटनेंस होना चाहिए.
अपनी सरकार में बनी सड़को से फायदे बताए
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य में रोड के न होने से रोड एक्सीडेंट न के बराबर हुआ करता था. जब सड़कें बन गईं तो रोड एक्सिडेंट की संख्या बढ़ गई, लेकिन शराबबंदी के बाद से इसमें कमी आ रही है क्योंकि अब दारू पीकर लोग गाड़ियां नहीं चला रहे हैं.
लोगों से शराब न पीने की अपील की
मुख्यमंत्री ने कॉन्क्लेव में आए लोगों से इशारों में कहा कि आप लोग कॉन्क्लेव के बाद घूमे लेकिन शराब नहीं पीएं. उन्होंने मौजूद लोगों से कहा कि यहां आए हैं तो थोड़ा घूमकर जाए और बिहार से थोड़ा ज्ञान लेकर जाए. सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार का जो इतिहास है वो सबका इतिहास रहा है, हम गरीब जरूर है पर मन से गरीब नहीं हैं.