Nitish Kumar Samadhan Yatra: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज (5 जनवरी) से 'समाधान यात्रा' आज से शुरू कर रहे हैं. इसे पूर्वी चंपारण से शुरू किया जा रहा है. लोकसभा चुनाव 2024 के लिहाज से यात्रा अहम है. यात्रा के दौरान सीएम नीतीश मिशन दिल्ली के लिए जनता का मूड जानेंगे.


नीतीश खुलकर खुद को विपक्ष के पीएम उम्मीदवार के तौर पर प्रोजेक्ट नहीं कर रहे हैं लेकिन उनकी नजर राष्ट्रीय राजनीति पर है. वह केंद्र की सियासत में अपनी ताकतवर मौजूदगी दर्ज कराना चाहते हैं. इसी के साथ वह विपक्षी दलों को एकजुट करने में लगे हैं. वैसे कहीं न कहीं पीएम की कुर्सी पर उनकी नजर है. जनता के मूड को समझना उनकी इस यात्रा का हिडेन एजेंडा है. 


पहले फेज में 18 जिलों को करेंगे कवर


सीएम नीतीश यात्रा के दौरान सरकारी कामकाज का भी जायजा लेंगे और विकास योजनाओं की समीक्षा करेंगे. वह शराबबंदी को लेकर जागरूकता अभियान चलाएंगे. यात्रा के दौरान सीएम नीतीश कुमार की कई जनसभाएं करेंगे. समाधान यात्रा का पहला चरण 29 जनवरी तक चलेगा, इसमें 18 जिलों को कवर किया जाएगा.


महागठबंधन में आई दरार!


वैसे इन दिनों महागठबंधन में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. पूर्व कृषि मंत्री और राजद विधायक सुधाकर सिंह लगातार नीतीश कुमार पर निशाना साध रहे हैं. उन्होंने कहा, ''नीतीश महागठबंधन के साथ जब आए थे तो डील हुई थी कि दो महीने सीएम रहेंगे. अब तक पांच महीने हो गए लेकिन वो कुर्सी नहीं छोड़ रहे हैं. शिखंडी हैं. विशेष राज्य के दर्जे की भीख मांगते रहते हैं. दूसरी तरफ 250 करोड़ का जेट विमान खरीद रहे हैं.'' बता दें डिप्टी CM तेजस्वी यादव ने कहा था कि सुधाकर सिंह पर कार्रवाई करेंगे लेकिन अब तक नहीं हुई है, इसलिए जदयू की नाराजगी बढ़ती जा रही है.


बिहार में सियासी माहौल गरम


इसी बीच राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा, ''नीतीश को अपनी समाधान यात्रा स्थगित कर देनी चाहिए. मैं उनका पुराना सहयोगी हूं, इसलिए यह कह रहा हूं. यह मेरी निजी राय है. कड़ाके की ठंड में इस तरह की यात्रा नहीं करनी चाहिए.'' शिवानंद तिवारी के बयान से बिहार की सियासत गरमा गई है और एक बार फिर से महागठबंधन की एकजुटता पर सवाल खड़े हो रहे हैं.


बीजेपी ने की यात्रा स्थगित की मांग


बिहार BJP प्रवक्ता अरविंद सिंह ने शिवानंद के बयान पर कहा कि शिवानंद तिवारी नीतीश कुमार के पुराने सहयोगी हैं. शिवानंद की मांग को नीतीश कुमार को मान लेना चाहिए. इस ठंड में यात्रा रोक देनी चाहिए. अगर उनकी तबीयत बिगड़ गई तो यह बिहार के लिए ठीक नहीं होगा. तंज कसते हुए उन्होंने आगे कहा कि इस यात्रा में नीतीश के साथ जो अधिकारी रहेंगे वो भी अगर ठंड में बीमार पड़ जाएंगे तो उनके परिवारों को दिक्कत हो जाएगी. ठंड से गरीब जनता को बचाने के लिए नीतीश कुछ नहीं कर रहे हैं. अपनी यात्रा में जनता को बुलाकर वह उनकी जान ले लेंगे, इसलिए यात्रा को स्थगित कर देना चाहिए.


'जनता ही नीतीश कुमार के लिए परिवार'


राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने शिवानंद के बयान पर कहा कि नीतीश कुमार समाधान यात्रा के दौरान जनता की समस्याओं को सुनेंगे. वह देखेंगे कि सरकारी योजनाएं जमीन पर कितनी सफल हैं. उनको यह यात्रा जारी रखनी चाहिए. शिवानंद तिवारी का जो बयान है वह उनकी निजी राय है, पार्टी का बयान नहीं है.


बता दें RJD शिवानंद तिवारी के बयान से पल्ला झाड़ रही है. वहीं, शिवानंद के बयान पर जदयू सांसद सुनील कुमार पिंटू ने कहा, ''शिवानंद तिवारी नीतीश के पुराने सहयोगी हैं. उनके बयान का हम स्वागत करते हैं. यह उनकी निजी राय है लेकिन उनसे हम कहना चाहते हैं कि जनता ही नीतीश कुमार के लिए परिवार है और जनता की सेवा करना उनका जुनून है. ठंड हो या गर्मी, नीतीश हर साल यात्रा पर निकलते हैं. इस बार भी जनता से मिलेंगे. उनकी समस्याओं को सुनेंगे और उनको दूर करेंगे.''


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