पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है. इस पत्र में बिहार के सीएम ने वेब सीरीज, लाइव स्ट्रीमिंग और टीवी सीरियलों के जरिए अश्लीलता के प्रसार पर चिंता जताया है. साथ ही नीतीश कुमार ने इसका देश की महिलाओं और बच्चों पर पड़ने वाले प्रभाव का जिक्र करते हुए पीएम मोदी से अपील की है कि टीवी पर प्रसारित होने वाले सीरियल और लाइव स्ट्रीमिंग सर्विस को भी सेंसर के दायरे में लाया जाए.


उन्होंने कहा है कि ऐसे कार्यक्रमों में अश्लील और हिंसक चित्रण के कारण आपराधिक गतिविधियां बढ़ रही हैं. नीतीश कुमार ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों के कारण जनमानस पर 'नकारात्मक प्रभाव' पड़ने से महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराध की घटनाएं बढ़ रही हैं.


आधिकारिक विज्ञप्ति में मुख्यमंत्री के हवाले से कहा गया है कि स्ट्रीमिंग सेवाओं के संबंध में कोई स्पष्ट नियम नहीं है.





नीतीश कुमार ने कहा कि सेंसरशिप के बिना 'अनुपयुक्त' सामग्री की उपलब्धता 'अस्वीकार्य' है. उन्होंने प्रधानमंत्री से अनुरोध किया कि वह स्ट्रीमिंग प्लेटफार्मों के माध्यम से प्रसारित कार्यक्रमों को सिनेमैटोग्राफ अधिनियम, 1952 के तहत प्रमाणन के दायरे में लाने के लिए आवश्यक कदम उठाएं.


बता दें कि नीतीश कुमार ने एक साल पहले भी इस मुद्दे को लेकर पत्र लिखा था. उन्होंने कहा कि बिना सेंसर के लोग अश्लील, हिंसक और गलत कंटेंट देख रहे हैं. ऐसी सामग्री देखने वालों के दिमाग पर बहुत खराब असर डालती है.