Yadadri Mega Thermal Power: तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने 4,000 मेगावाट की यदाद्री मेगा थर्मल पावर परियोजना का निरीक्षण किया. इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि 4,000 मेगावाट की क्षमता वाली यदाद्री मेगा थर्मल पावर प्रोजेक्ट जैसी परियोजनाएं, जिनका निर्माण तेलंगाना सरकार बड़ी महत्वाकांक्षा के साथ कर रही है, वो पूरे देश की प्रतिष्ठा को बढ़ाएगी. इस परियोजना का निरीक्षण सोमवार (28 नवंबर) को किया गया. यदाद्री पावर प्लांट की दो इकाइयां दिसंबर 2023 तक और शेष इकाइयां जून 2024 तक पूरी हो जाएंगी.


तेलंगाना के किसानों और लोगों के कल्याण के लिए यदाद्री थर्मल पावर प्रोजेक्ट जैसी परियोजनाएं निजी कॉरपोरेट जगत के दबाव में न आकर सार्वजनिक क्षेत्र में शुरू की जा रही है. केसीआर के साथ उनके मंत्री, नलगोंडा जिले के विधायक, उच्च अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने बन रहे पावर प्लांट के कार्यों का निरीक्षण किया.


अधिकारियों से प्लांट के निर्माण के प्रोग्रेस के बारे में जाना


सीएम मंत्रियों, जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के साथ यदाद्री पावर प्लांट के निर्माण स्थल पर पहुंचे. उन्होने ट्रांस कंपनी और बीएचईएल के अधिकारियों से प्लांट के निर्माण की प्रोग्रेस के बारे में जानकारी ली. इस मौके पर सीएम ने कहा, "यह सुनिश्चित करने के उपाय किए जाएं कि संयंत्र के संचालन के लिए आवश्यक कोयले का भंडार कम से कम तीस दिनों का हो." उन्होने इस महत्वपूर्ण बिजली परियोजना के मामले में, अधिकारियों को सक्रिय रूप से कार्य करने और कोयला भंडार सहित अन्य संचालन के मामले में उचित निर्णय लेने की सलाह दी.


लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने की मंशा


पावर प्लांट की हर दिन के लिए जरुरी कोयला और पानी की आपूर्ति के बारे में जानकारी ली. उन्होंने कहा, "कृष्णापट्टनम पोर्ट और अडांकी हाईवे को ध्यान में रखते हुए संयुक्त नलगोंडा जिले के लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने की मंशा से इस क्षेत्र को पावर प्लांट के लिए चुना गया है." सीएम ने पावर प्लांट में कार्यरत लगभग दस हजार कर्मियों के उपयोगी होने के लिए एक टाउनशिप के निर्माण का आदेश दिया. उन्होने कहा "कर्मचारियों के लिए आवश्यक आवास का निर्माण किया जाना चाहिए. चूंकि भविष्य में इसी क्षेत्र में सोलर पावर प्लांट भी लगेंगे, स्टाफ और भी बढ़ेगा, इसलिए सावधानी बरतनी चाहिए."


सीएम ने सुझाव दिया कि स्टाफ क्वार्टर और अन्य सुविधाओं के लिए अलग से सौ एकड़ जमीन एकत्र की जाए. सुपरमार्केट, वाणिज्यिक परिसर, क्लब हाउस, अस्पताल, स्कूल, सभागार और मल्टीप्लेक्स का निर्माण करने का सुझाव दिया गया है. पावर प्लांट के कर्मचारियों की सेवा के लिए एक निजी सर्विस स्टॉप के लिए आवश्यक क्वार्टरों का निर्माण किया जाना चाहिए. 


साल 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य


टाउनशिप के निर्माण में सबसे अच्छे टाउन प्लानर की सेवाओं का उपयोग करने का आदेश दिया गया था. सीएम ने सचिव स्मिता सभरवाल को दमाराचरला हाईवे से पावर प्लांट तक सात किलोमीटर की चार लाइन सीसी सड़कों को तुरंत मंजूरी देने का निर्देश दिया. यदाद्री पावर प्लांट के निर्माण में, दो इकाइयां दिसंबर 2023 तक पूरी हो जाएंगी और शेष इकाइयां जून 2024 तक पूरी हो जाएंगी. मुख्यमंत्री ने सीएमडी प्रभाकर राव को बिजली संयंत्र के निर्माण की प्रगति पर बधाई दी. मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव सोमेश कुमार और कलेक्टर विनय कृष्ण रेड्डी को उन किसानों के रुके हुए मुद्दों को हल करने का निर्देश दिया, जिन्होंने यदाद्री पावर प्लांट को जमीन दिया था.


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