गुवाहाटी/आईजोल: असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने मिजोरम से लगी राज्य की सीमा पर हुई एक हिंसक झड़प में कई लोगों के घायल हो जाने के बाद वहां की मौजूदा स्थिति से रविवार को प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) और केंद्रीय गृह मंत्रालय को अवगत कराया. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
सर्बानंद सोनोवाल ने कहा, “पीएम नरेंद्र मोदी को आज दोपहर फोन पर असम-मिजोरम सीमा की स्थिति की जानकारी दी. मैं इस मुद्दे को हल करने के लिए समर्थन और आश्वासन के लिए पीएम नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देता हूं.”
असम सरकार के एक बयान के मुताबिक सोनोवाल ने मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरामथंगा को भी टेलीफोन किया और सीमा पर हुई घटना के बारे में उनसे बात की. मिजोरम के मुख्यमंत्री के साथ अपनी बातचीत के दौरान सोनोवाल ने सीमा मुद्दे को हल करने के लिए सार्थक उपाय और संयुक्त कोशिशें करने पर जोर दिया.
मुख्यमंत्री ने सीमा विवाद को सौहार्द्रपूर्ण तरीके से हल करने और अंतर-राज्यीय सीमा पर शांति, कानून व्यवस्था कायम रखने के लिए सहयोग के साथ काम करने की भी हिमायत की. उन्होंने कहा कि हो सकता है कि आपस में मतभेद हों, लेकिन उन्हें अवश्य ही वार्ता के जरिये दूर किया जाना चाहिए.
जोरमथंगा ने सोनोवाल को अंतर-राज्यीय सीमा पर शांति कायम रखने की कोशिशों और सहयोग का भरोसा दिलाया. मिजोरम सरकार ने भी असम के कछार जिले और राज्य के कोलासीब जिले के बीच सीमा पर तनाव दूर करने के लिये केंद्र से संपर्क किया है.
मिजोरम के गृह मंत्री लालचमलियाना ने बताया कि दोनों राज्यों के बीच केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला की अध्यक्षता में सोमवार को एक बैठक होगी , जिसमें हालात का जायजा लिया जाएगा. उन्होंने बताया कि दोनों राज्यों के मुख्य सचिव भी बैठक में उपस्थित रहेंगे.
क्या है पूरा मामला?
गौरतलब है कि मिजोरम के कोलासिब जिले का वैरेंगते गांव राज्य का उत्तरी हिस्सा है, जिससे गुजरता राष्ट्रीय राजमार्ग-306 असम को इस राज्य से जोड़ता है. वहीं, असम के कछार जिले का लैलापुर इसका सबसे करीबी गांव है.
कोलासिब जिले के पुलिस उपायुक्त एच लल्थलंगलियाना ने आज कहा कि शनिवार शाम को लाठी-डंडे लिए असम के कुछ लोगों ने सीमावर्ती गांव के बाहरी क्षेत्र में स्थित ऑटो रिक्शा स्टैंड के पास कथित तौर पर एक समूह पर पथराव किया, जिसके बाद वैरेंगते गांव के निवासी भारी संख्या में एकत्र हो गए.
उन्होंने कहा कि इलाके में लागू निषेधाज्ञा के बावजूद वैरेंगते गांव की गुस्साई भीड़ ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर करीब 20 अस्थायी झोपड़ियों और दुकानों को आग लगा दी, जोकि लैलापुर गांव के लोगों की थी. पुलिस उपायुक्त ने कहा कि घंटों तक चली इस हिंसक झड़प में मिजोरम के चार लोगों समेत कई अन्य लोग घायल हो गए.
कछार के पुलिस अधीक्षक भंवर लाल मीणा ने कहा, ' हमें कुछ अस्थायी घरों और दुकानों को जलाए जाने की रिपेार्ट मिली थी. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर हालात को काबू किया. भविष्य में ऐसी घटनाएं नहीं हों, इसे लेकर हम हरसंभव कदम उठा रहे हैं.'
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