नई दिल्ली: मंदसौर में सात साल की मासूम के साथ हुई हैवानियत से पूरा देष गुस्से में हैं. घटना के बच्ची आईसीयू में भर्ती है, पूरे देश में उसके लिए दुआएं मांगी जा रही हैं. मंदसौर से लेकर देश बर में लोग प्रदर्शन आरोपियों के लिए फांसी की मांग कर रहे हैं. मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान पहले घटना को दरिंदगी करार दे चुके हैं और आरोपियों के लिए फांसी की मांग कर चुके हैं. मुख्यमंत्री ने आज देश के प्रधानव न्यायाधीश दीपक मिश्रा और कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद के सामने अपनी मांग दोहराई.


मध्यप्रदेश के जबवपुर में धर्मशास्त्र राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय के शिलान्यास के मौके पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मंदसौर बलात्कार कांड के दोषियों को जल्द से जल्द फांसी दी जानी चाहिए. शिवराज सिंह चौहान ने मांग करते हुए कहा कि फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट की तरह ही हाइकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में भी निश्चित अवधि में अपील का निराकरण करके दोषियों को फांसी पर लटकाया जाए. शिवराज सिंह चौहान की इस मांग का कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने समर्थन किया.


पीड़िता ने लिक्विड डाइट लेना शुरू किया, मां बोली- दरिंदों के साथ भी हो दरिंदगी
एमवाय हॉस्पीटल के डॉक्टरों के मुताबिक पीड़ित बच्ची ने लिक्विड टाइट लेना शुरू कर दिया है. डॉक्टरों के मुताबिक बच्ची फिलहाल खतरे से बाहर है. डॉक्टरों ने उम्मीद जताई है कि बच्ची दो महीने में स्वस्थ हो जाएगी. पीड़ित बच्ची की मां ने कहा, ''इलाज ठीक चल रहा है. बच्ची अभी अच्छी है हमारी बात हुई है. वो पानी मांग रही है कल खाना मांगा था. उसने कहा मुझे पपड़ी और चिप्स खाना है. दरिंदे को सजा होनी चाहिए उसे फांसी होनी चाहिए. जैसे मेरी बच्ची के साथ उसने दरिंदगी की है उससे ज्यादा दरिंदगी उसके साथ होनी चाहिए.''


गैंगरेप के बाद की हत्या करने की कोशिश
गौरतलब है कि मंदसौर में 26 जून को छुट्टी के बाद स्कूल के बाहर से नाबालिग बच्ची का अपहरण करके उसके साथ बलात्कार कर उसे जान से मारने की कोशिश करते हुए उसे झाड़ियों में फेंक दिया गया था. पुलिस ने इस मामले में 27 जून की देर रात को एक आरोपी इरफान को गिरफ्तार कर लिया था. मंदसौर में लोगों ने इस घटना के खिलाफ 28 जून को शहर बंद रखा.


कोई वकील नहीं लड़ेगा आरोपी का केस- बार एसोसिएशन
घटना के बाद आक्रोशित लोग मंदसौर की सड़कों पर उतर गए. फिलहाल इलाके में भारी पुलिसबल तैनात कर दिया गया है. उधर घटना से आक्रोशित शहर के बार एसोसिएशन ने यह फैसला किया है कि आरोपी की तरफ से मंदसौर का कोई भी वकील पैरवी नहीं करेगा.


आरोपी को फांसी हो, कब्रिस्तान में नहीं दफनाएंगे- मुस्लिम समाज
घटना के बाद मंदसौर में लोग आक्रोशित हैं. मुस्लिम समाज की आक्रोशित महिलाओं ने आरोपी को फांसी की सजा दिया जाने के बाद उसे कब्रिस्तान में ना दफन किए जाने की बात कही है.