Uddhav Thackeray on Vaccination: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य में कोरोना वायरस के विरूद्ध टीकाकरण की धीमी रफ्तार पर रविवार को चिंता प्रकट की और कहा कि वह अगले सप्ताह प्रधानमंत्री के साथ संवाद के दौरान यह विषय उठाएंगे. ठाकरे ने यह भी कहा कि टीकों की अनुपलब्धता के अलावा टीका लेने में लोगों की हिचक भी एक बड़ा मुद्दा है. मुख्यमंत्री ने लोगों से हिचक छोड़कर टीका लगवाने का आह्वान किया.
दक्षिण मुंबई के पॉश मालाबार हिल इलाके में अपने सरकारी आवास वर्षा में वरिष्ठ पत्रकारों के साथ बातचीत के दौरान उन्होंने राजनीति पर किसी भी प्रश्न का उत्तर देने से इनकार कर दिया. इस दौरान उनके साथ उनकी पत्नी रश्मि भी थीं. जब उनसे इस महामारी से निपटने की उनकी सरकार की दीर्घकालिक रणनीति के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, "पहले तो हम इस काम पर पूरा ध्यान लगाएं कि अधिक से अधिक लोग टीका लें और राज्य में चिकित्सा अवसंरचना बढ़े." उन्होंने कहा, "लोग बूस्टर डोज की बात कर रहे हैं. पहले हम सुनिश्चित कर लें कि सभी को दोनों खुराक लग जाएं."
ठाकरे ने कहा कि ऐसे लोग हैं जिन्होंने पहली खुराक नहीं ली है. उन्होंने कहा कि महामारी की तीसरी (संभावित) लहर का प्रभाव काफी हद तक कम किया जा सकता है, यदि लोग कोविड उपयुक्त आचरण करें और जिन्हें दोनों खुराक लग चुकी हैं, वे भी मास्क लगाते रहें. मुख्यमंत्री ने आर्थिक कठिनाइयां पहुंचाए बगैर महामारी के दौरान कुछ खास गतिविधियों को अनुमति देने का 'सोचा-समझा जोखिम' उठाने की भी बात कही.
मुख्यमंत्री कार्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 03 नवंबर को उन 40 से अधिक जिलों के जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस कर सकते हैं, जहां कोरोना वायरस रोधी टीकाकरण बहुत सुस्त है. इस बैठक में ऐसे जिले शामिल होंगे, जहां 50 फीसद से कम पहली खुराक लगी है और दूसरी खुराक की रफ्तार भी धीमी है.