गरीबों की मदद करने में सीएम योगी आदित्यनाथ ने तोड़े सभी रिकॉर्ड, चार साल में की 10 अरब रुपये की सहायता
सीएम योगी आदित्यनाथ ने विवेकाधीन कोष के तहत पिछली सरकारों से कई गुना ज्यादा गरीबों और गंभीर रोगियों की मदद की है. सीएम ऑफिस की तरफ से इस फंड को लेकर ब्यौरा जारी किया गया है.
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लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम एक और रिकार्ड हो गया है. गरीबों और बीमारों की मदद करने में उन्होंने सभी मुख्य मंत्रियों को पीछे छोड़ दिया है. योगी इस मामले में अब यूपी के नंबर वन सीएम बन गए हैं. सीएम के विवेकाधीन कोष यानी फंड से लोगों की मदद करने का नियम रहा है. इसमें वे किसी की भी किसी हद तक जाकर मदद कर सकते हैं. ये फैसला मुख्यमंत्री के विवेक पर होता है. पिछले चार सालों में योगी सरकार ने इस फंड से एक हज़ार करोड़ रूपये की मदद दी है.
सीएम योगी ने तोड़े पिछले सभी रिकॉर्ड
सीएम योगी आदित्यनाथ ने विवेकाधीन कोष के तहत पिछली सरकारों से कई गुना ज्यादा गरीबों और गंभीर रोगियों की मदद की है. सीएम ऑफिस की तरफ से इस फंड को लेकर ब्यौरा जारी किया गया है. योगी ने पुराने रिकार्डों को तोड़ते हुए चार साल में ग़रीबों और बीमारों को 10 अरब रुपए दिए हैं.
अखिलेश सरकार के पांच साल में 42,508 लोगों को 552 करोड़ ही दिए गए थे. मायावती के सीएम रहते हुए पांच साल में बहुत कम लोगों को सहायता मिल पाई. आंकड़ों की बात करें तो बहन जी की सरकार में बस 18,462 लोगों को 84 करोड़ रुपए दिए गए.
लोकसभा सांसद रहते हुए भी योगी आदित्यनाथ लोगों की ऐसे ही मदद किया करते थे. गोरखनाथ मंदिर में सवेरे छह बजे से उनके यहां जनता का आना शुरू हो जाता था. इसके बाद वे गरीबों के शादी ब्याह से लेकर उनके इलाज तक में सहायता किया करते थे. कुछ लोगों की मदद वे एमपी फंड से किया करते थे, जबकि कई लोगों का काम वे गोरक्षा पीठ की तरफ से कर देते थे. वह लगातार 5 बार गोरखपुर से सांसद रहे.
जब वह यूपी के सीएम बने तब भी वह सांसद ही थे. राज्य में सत्ता में आने के बाद योगी ने प्रदेश में अब तक सबसे ज्यादा ऐसे लोगों की मदद की है, जिन्होंने पैसे के अभाव में अपनों के जीवन की आस छोड़ दी थी. योगी की मदद से ऐसे हजारों लोगों की न सिर्फ जान बची है, बल्कि उनके परिवारों के जमीन और जायदाद भी बिकने से बचे हैं.
जानें हर साल कितने लोगों की मदद की
सीएम योगी ने मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से साल 2017-18 में 13 हजार 224 लोगों को एक अरब 84 करोड़ 42 लाख 88 हजार 750 रुपए की मदद की. वहीं इसके अगले साल मतलब 2018-19 में 17 हजार 772 लोगों को दो अरब 56 करोड़ 34 लाख 61 हजार 400 रुपए जबकि 2019-20 में 18 हजार 14 लोगों को दो अरब 80 करोड़ 23 लाख 56 हजार 695 रुपए की सहायता की.
इसके बाद साल 2020-21 में 64,357 लोगों को 996 करोड़ रुपए दिए गए. मुख्यमंत्री के स्पेशल सेक्रेटरी विशाख ने बताया कि सीएम फंड से ज़रूरतमंद और गरीब पात्रों की मदद की जा रही है. इसमें किडनी प्रत्यारोपण, कैंसर, हृदय रोग और अन्य गंभीर बीमारियों में धनराशि तय समय में दी जाती है.
सबसे ज्यादा कैंसर, किडनी और हृदय रोग के इलाज के लिए रुपए दिए गए. सीएम योगी ने सबसे ज्यादा 25,425 कैंसर रोगियों को तीन अरब 94 करोड़ 22 लाख 24 हजार 711 रुपए, अन्य प्रकार के ईलाज के लिए 21,755 रोगियों को तीन अरब पांच करोड़ 13 लाख नौ हजार 350 रुपए, किडनी के ईलाज के लिए 9427 लोगों को एक अरब 80 करोड़ 65 लाख 82 हजार 475 रुपए और हृदय रोग के ईलाज के लिए 7019 लोगों को 68 करोड़ 35 लाख 69 हजार 400 रुपए दिए हैं.
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