नई दिल्ली: दिपावली के मौके पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने राम जन्म भूमि अयोध्या में सरयू नदी के किनारे धूम-धाम से दिवाली मानाई. अयोध्या में दिवाली मनाने के बाद आदित्यनाथ राम की लीला भूमि चित्रकूट जाएंगे.


दो दिनों के इस दौरे पर योगी चित्रकूट में मंदाकिनी नदी की आरती करेंगे. इसके अलावा वे रामायण मेला कराने वालों और साधू संतों से भी भेंट करेंगे. इसके अलावा सीएम योगी कामदगिरि पर्वत की परिक्रमा के साथ हनुमान धारा, सती अनुसूईया आश्रम और रामघाट के दर्शन का भी करेंगे.


अयोध्या के बाद चित्रकूट जाना यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की सोची समझी रणनीति मानी जा रही है जिसे राजनैतिक माना जा रहा है. भगवान राम से जुड़े प्रतीकों के सहारे योगी हिंदुत्व के एजेंडे को धार देना चाहते हैं.


2019 के लोक सभा चुनाव को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री अभी से ही एजेंडा तैयार करने में लग गए हैं. अकेले यूपी में ही 80 लोक सभा सीटें हैं. ऐसे में राम मंदिर का मुद्दा अहम हो जाता है. फिलहाल राम मंदिर का मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है.


आपको बता दें कि चित्रकूट और अयोध्या हिन्दुओं की आस्था के केंद्र है. इन इलाकों के विकास के बहाने बीजेपी हिन्दू जन मानस को जोड़े रखने
की तैयारी में हैं. यह इसलिए भी अहम हो जाता है क्योंकि अगले महीने स्थानीय निकाय के भी चुनाव होने है.


इसीलिए अयोध्या के बाद योगी की अगली मंजिल चित्रकूट है. बनवास के दौरान इसी चित्रकूट में भगवाम राम ने 11 साल बिताये थे. यहीं पर उनके छोटे भाई भरत उन्हें वापस अयोध्या ले जाने के लिए मनाने आये थे. इसी धरती पर राम को हनुमान मिले और दुग्रीव से उनकी दोस्ती
हुई.