लखनऊ: राहुल गांधी ने पहली बार योगी सरकार पर सवाल खड़े किए. लेकिन दांव उल्टा पड़ गया. राहुल गांधी के ट्विटर पर योगी आदित्यनाथ ने करारा जवाब दिया है.


15 जुलाई की शाम को राहुल गांधी ने एक ट्वीट किया था. उनहोंने योगी आदित्यनाथ को पैसे बचाने के लिए सभी अस्पताल बंद करने की सलाह दी थी. राहुल ने योगी सरकार पर शिक्षा के लिए बजट कम करने का आरोप लगाया था. अपने दावे को सही साबित करने के लिए राहुल ने अंग्रेज़ी अख़बार बिज़नेस स्टैंडर्ड की एक रिपोर्ट का हवाला दिया था.


जिसमें बताया गया है कि योगी ने इस बार शिक्षा के लिए बहुत कम पैसा दिया है. 11 जुलाई को योगी सरकार ने अपना पहला बजट पेश किया था.

योगी सरकार के शिक्षा के लिए बजट कम करने को राहुल ने अपने ट्वीट में 'ग्रेट मूव' बताया था. लेकिन इस ट्वीट के ठीक 24 घंटे के भीतर नया ट्वीट किया गया. इस ट्वीट में यूपी सरकार की तरफ से शिक्षा पर होने वाले ख़र्च का पूरा ब्यौरा जारी किया गया था.


माध्यमिक शिक्षा पर नये बजट में 9387 करोड़ रुपए खर्च करेगी योगी सरकार. जबकि पिछले साल का बजट 8956 करोड़ रुपए था. मतलब ये हुआ कि इस साल करीब 5 प्रतिशत अधिक ख़र्च होगा. इसी तरह उच्च शिक्षा पर इस बजट में 2656 करोड़ रूपये दिए गए हैं. अखिलेश राज में ये बजट 2585 करोड़ था. पिछले साल के मुकाबले योगी सरकार ने 2.7 प्रतिशत अधिक पैसा ख़र्च किया है. बेसिक शिक्षा पर योगी सरकार ने तो 25 फ़ीसदी बजट बढ़ा दिया है. ये बात तो राहुल गांधी ने भी मानी है.


ऐसा लगता है राहुल गांधी के सलाहकारों ने उन्हें गलत जानकारी दी थी. उन्हें अगर सही बात बताई गई होती तो कांग्रेस उपाध्यक्ष फ़ज़ीहत से बच जाते.