सिर्फ एक नारे ने योगी का बढ़ा दिया कद, यूपी से महाराष्ट्र तक चर्चा, पीएम मोदी ने भी पकड़ी वही लाइन
योगी की रैलियों की बात करें तो उन्होंने सिर्फ पांच नवंबर से लेकर 18 नवंबर तक यानी महज तेरह दिनों में तीन राज्य यूपी, महाराष्ट्र और झारखंड में 37 रैलियां और दो रोड शो किए.
महाराष्ट्र चुनाव में महायुति की शानदार के बीच एक जिस राजनेता और उनके दिए बयानों की लगातार चर्चा होती रही, वो हैं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ. योगी आदित्यनाथ का इस बार के चुनाव में काफी कुछ दांव पर था. यूपी उपचुनाव में अगर बीजेपी शानदार प्रदर्शन नहीं करती, तो सीधा इसका तोहमत योगी पर ही लगाया जाता है.
लेकिन, उन्होंने जिस तरह से धुआंधार चुनाव कैंपेन कर विपक्ष पर धारदार हमला बोले, उनके उन बयानों की काट ढूंढते-ढूंढते खुद विरोधी ही फंसने लगे. जी हां, कांग्रेस के प्रसिडेंट मल्लिकार्जुन खड़गे ने कुछ चुनावी रैलियों में ऐसा जिक्र किया था कि जब वे छोटे थे तो उनके पिता और मां समेत उनके परिवार के कई सदस्यों को दंगा में कत्ल कर दिया गया.
सीएम योगी ने खरगे के इस बयान को लपकते हुए सवाल पूछ दिया कि वे बताएं कि उनके परिवार वालों को किसने मारा? इसके बाद खरगे को इस बात हिम्मत नहीं पड़ी कि वो बताते कि उनके परिवार की हैदराबाद के निजाम के रजाकारों ने हत्या की थी.
इसके साथ ही, सीएम योगी का सबसे चर्चा में जो बयान रहा वो था- बटेंगे तो कटेंगे, एक हैं ते नेक हैं... उनके इस बयान के बाद खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को इसी तरह की दूसरी लाइन देनी पड़ी- एक हैं तो सेफ है. यानी, सीएम योगी का ये बयान महाराष्ट्र में लगातार सुर्खियों में रहा, विपक्ष कहता रह गया कि इसे किसी लैब में तैयार किया गया है, लेकिन इस धारदार बयान की काट नहीं ढूढ पाए.
योगी की रैलियों की बात करें तो उन्होंने सिर्फ पांच नवंबर से लेकर 18 नवंबर तक यानी महज तेरह दिनों में तीन राज्य यूपी, महाराष्ट्र और झारखंड में 37 रैलियां और दो रोड शो किए.
ऐसे में महाराष्ट्र में अगर उम्मीद से बढ़कर महायुति को सीटें आयी है और जीत मिली है, तो इसके बाद इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि सीएम योगी का कद आने वाले दिनों में बढ़ेगा. उनके धमाकेदार अटैक के अंदाज भी लगातार चर्चा में रहे हैं. हालांकि, ये सवाल जरूर किया जा सकता है कि जब महाराष्ट्र में बटेंगे तो कटेंगे का नारा हिट रहा और चुनाव जीतने में मदद मिली तो फिर ये नारा झारखंड चुनाव में क्यों नहीं चला.
बहरहाल, इतना जरूर कहा जा सकता है कि सीएम योगी के इन नारे के बाद जहां बीजेपी के बड़े बड़े नेता इसी लाइन पर चलते दिखे, तो वहीं खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने महाराष्ट्र चुनाव प्रचार के आखिरी दिन इसी तर्ज पर नारा दिया था- एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे.