एक तरफ मौत, दूसरी ओर महोत्सव!
गोरखपुर में ये महोत्सव 11 जनवरी से 13 जनवरी तक चलेगा. गौरतलब है कि यूपी में जब मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव सीएम थे तो सैफई में महोत्सव होता था. अब योगी सीएम हैं तो उनके शहर गोरखपुर में महोत्सव शुरू हो रहा है. इसको लेकर विपक्ष लगातार योगी सरकार पर निशाना साध रहा है. विपक्ष का कहना है कि एक तरफ गोरखपुर में बच्चे मर रहे हैं और योगी सरकार महोत्सव मना रही है.
गोरखपुर में साल 2014 से अबतक 20 हजार 205 बच्चों की मौत
आपको ये जानकर हैरानी होगी कि गोरखपुर में साल 2014 से अगस्त 2017 तक करीब 20 हजार 205 बच्चों की मौत हो चुकी है. आंकड़ों पर नजर डालें तो साल 2014 में 5 हजार 850, 2015 में 6 हजार 917, साल 2016 में 6 हजार 121 और साल 2017 में अगस्त तक एक हजार 317 बच्चों की मौत हुई है.
सैफई महोत्सव की नकल कर रहे हैं योगी- अखिलेश यादव
हर साल सैफई महोत्सव का आयोजन करने वाले पूर्व सीएम अखिलेश यादव सीएम योगी पर सैफई महोत्सव की नकल करने का आरोप लगाया है. अखिलेश ने कहा है कि हम सैफई महोत्सव कराते हैं. योगी जी इसी की नकल करके गोरखपुर महोत्सव करा रहे हैं. हम भी तो देखें की गोरखपुर महोत्सव ज्यादा अच्छा होगा या सैफई महोत्सव.
योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद ये पहला मौका है जब गोरखपुर में महोत्सव का आयोजन हो रहा है.
गोरखपुर महोत्सव का कार्यक्रम
सैफई महोत्सव की तर्ज पर ही गोरखपुर महोत्सव में बॉलीवुड और भोजपुरी नाइट का तड़का भी लगेगा. 11 जनवरी की शाम में बॉलीवुड सिंगर शंकर महादेवन की प्रस्तुति होगी. बैले डांसर सुरभि सिंह अपनी डांस परफार्मेंस देगी 12 जनवरी की शाम रवि किशन, अनूप जलोटा और मालिनी अवस्थी के नाम होगी. 13 जनवरी की शाम ललित पंडित, सिंगर शान, भूमि त्रिवेदी, अनुराधा पौडवाल, जिमी मोसेस की प्रस्तुति होगी.