Coal Scam: कोयला घोटाले मामले में ED की बड़ी कार्रवाई, विनय मिश्रा और उसके साथियों की 9 करोड़ की संपत्ति जब्त
Coal Scam: प्रवर्तन निदेशालय ने अभिषेक बनर्जी के करीबी कहे जाने वाले विनय मिश्रा समेत तीन लोगों की अचल संपत्तियां अटैच की है. इन संपत्तियों की कीमत 9 करोड़ रुपए से अधिक मानी जा रही है.
Coal Scam: प्रवर्तन निदेशालय ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी के करीबी कहे जाने वाले विनय मिश्रा समेत तीन लोगों की अचल संपत्तियां बंगाल से लेकर उत्तर प्रदेश के अमेठी होते हुए मुंबई तक अटैच की है. इन संपत्तियों की कीमत लगभग 9 करोड़ रुपए से अधिक बताई जाती है.
ईडी के एक आला अधिकारी ने बताया कि अवैध कोयला खनन मामले में मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत यह कार्रवाई की गई है. यह अटैचमेंट दो चरणों में किया गया है. कोयला घोटाले के आरोपियों विनय मिश्रा उसके भाई विनय मिश्रा और कथित कोयला माफिया अनूप माझी से संबंधित यह जायदाद बताई गई है.
यह घोटाला 1352 करोड़ रुपए का है
पहले चरण में प्रवर्तन निदेशालय ने उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले में और कोलकाता में स्थित प्रॉपर्टी को जप्त किया है. इनमें क्रमशः विनय मिश्रा और विनय मिश्रा के स्वामित्व वाले सात भूमि पार्सल और दो फ्लैट जिनकी कीमत 48 लाख 57 हजार बताई गई है. दूसरे चरण में कथित कोयला माफिया अनूप माझी और उसके पारिवारिक सदस्यों के मालिकाना हक वाली जायदादें क्रमश पश्चिम बंगाल और मुंबई में स्थित 20 भूमि पार्सल और एक फ्लैट जिनकी कीमत लगभग नौ करोड़ रुपए बताई गई है को अटैच किया गया.
प्रवर्तन निदेशालय के आला अधिकारी के मुताबिक अवैध खनन मामले की जांच के दौरान यह पाया गया है कि यह घोटाला 1352 करोड़ रुपए का है. ईडी ने इस मामले में 27 नवंबर 2020 को सीबीआई द्वारा दर्ज प्राथमिकी के आधार पर पीएमएलए एक्ट के तहत जांच शुरू की थी. जांच के दौरान पता चला कि इस अपराध के तहत कमाई गई संपत्ति को विभिन्न चैनलों से एक जगह से दूसरी जगह भेजा गया साथ ही अनेक संपत्तियां भी खरीदी गई. इसके पहले ईडी ने इस मामले में आरोपियों के विभिन्न 69 ठिकानों पर छापेमारी की थी.
कुल अटैचमेंट 181 करोड़ रुपए से ज्यादा का हुआ
इसके पहले प्रवर्तन निदेशालय ने इस मामले में 171 करोड़ रुपए से ज्यादा की अचल संपत्ति कुर्क की थी. इस अटैचमेंट के साथ कुल अटैचमेंट 181 करोड़ रुपए से ज्यादा का हो गया है. इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने विनय मिश्रा और अशोक मिश्रा को गिरफ्तार किया था और उनके खिलाफ कोर्ट के सामने आरोप पत्र भी पेश किया था. मामले की जांच जारी है.
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