कोल स्कैमः लंदन से मिल सकता है आरोपियों का सुराग, CBI ने FIU की ली मदद
सीबीआई ने विनय मिश्रा के खिलाफ पूरक आरोपपत्र भी कोर्ट के सामने दायर कर दिया है लेकिन विनय मिश्रा के सीबीआई कोर्ट के सामने पेश होने के चांस कम ही है लिहाजा सीबीआई इस मामले मे अन्य तरीको से सबूत एकत्र करने पर जोर दे रही है.
नई दिल्लीः लंदन से मिलेगे पश्चिम बंगाल कोल स्कैम के आरोपियो के सुराग? कोल घोटाले मे ममता के भतीजे अभिषेक बनर्जी की पत्नी और साली पर शिकंजा कसने के लिए सीबीआई ने फाइनेंसियल इन्वेस्टीगेशन यूनिट की मदद ली है जहां से लंदन प्रशासन को पत्र भेज कर कुछ बैंको और कंपनियो के बारे मे विस्तृत जानकारी मांगी गई है. साथ ही सीबीआई इस मामले मे कई सरकारी अधिकारियो से पूछताछ और गिरफ्तारी की विस्तृत योजना को अंतिम रूप दे रही है. पश्चिम बंगाल मे चुनाव सरगर्मी के बीच सियासी पारा सीबीआई की कोल स्केम मे तेज गति जांच से भी ऊपर जायेगा.
सूत्रों के मुताबिक सीबीआई के हाथ इस मामले मे ममता के भतीजे अभिषेक की पत्नी रूजिरा और उसके कुछ रिश्तेदारो के कुछ अहम बैक खातो तथा कुछ कंपनियो की बाबत पता चला है. अब सीबीआई जिन कंपनियो की विस्तृत जानकारी चाहती है उनमें अनिमेष ट्रेडलिंक प्राइवेट लिमिटेड, लिप्स एंड बांउडस मैनेजमेंट सर्विस, लिप्स एंड बांउडस इन्फ्रा कंसलटेंट प्राइवेट लिमिटेड तथा बार्केलेज बैंक लंदन के कुछ बैक खाते शामिल है.
सूत्रों के मुताबिक सीबीआई ने इस मामले मे रिश्वत की रकम के सुराग के लिए एफआईयू यानि फाइनेसियल इन्वेस्टीगेशन यूनिट की मदद ली है और उसके जरिए लंदन प्रशासन को पत्र भेज कर पूछा है कि इन खातो मे किन किन भारतीयो ने पैसा जमा कराया है उसकी पूरी जानकारी दी जाए. यह जानकारी आते ही इस मामले मे कई अहम चेहरो से नकाब हट सकता है.
सूत्रों के मुताबिक सीबीआई इस मामले मे विदेशी बैक और खाता नंबरो की पूरी जानकारी है लिहाजा जैसे ही यह पता चलेगा कि इन खातो मे पैसा कहां से और किसने भेजा उन लोगो की जांच के बाद दूथ और पानी हो जायेगा. ध्यान रहे कि एफआईय़ू एक ऐसी संस्था है जिसके इंटरपोल की तर्ज पर दुनिया के तमाम देशो की आर्थिक अपराध यूनिटो से सीधा रिश्ता होता है और इस एफआईयू इंडिया द्वारा मांगी गई जानकारी समय के हिसाब से जल्द आने की संभावना होती है और इस जानकारी को कोर्ट मे तो नही लेकिन जांच मे पूरी तरह से प्रयोग मे लाया जा सकता है.
सूत्रों के मुताबिक सीबीआई ने इस मामले मे अब सरकारी अधिकारियो की एक लिस्ट तैयार की है जिसमे रेलवे, सीआईएसएफ, ईस्टर्न कोल फील्ड तथा पुलिस और प्रशासन के अधिकारी शामिल हैं. इन लोगो को लिस्ट के हिसाब से बुलाने की तैयारी की जा रही है और जिन लोगो के खिलाफ अहम तथ्य आते जायेगे उनकी गिरफ्तारी की बाबत भी योजना तैयार की जा रही है.
पूरे मामले मे पश्चिम बंगाल के एक बहुत बडे सीए से पूछताछ की जायेगी. सूत्रों के मुताबिक सीबीआई को लंदन आदि से डिटेल मंगाने की कवायद इसलिए करनी पड रही है कि इस मामले के मुख्य कर्ता धर्ता अनूप मांझी और विनय मिश्रा सीबीआई के हत्थे अब तक नही चढ सके है.
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