Chief Of The Air Staff Visit: वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने शुक्रवार (19 मई) को तुगलकाबाद एयरफोर्स स्टेशन का दौरा कर गाइडेड वेपन सिस्टम की तैयारियों और विकास परियोजनाओं की समीक्षा की. राजधानी दिल्ली के करवेबी तुगलकाबाद भारतीय वायुसेना का यह एक बड़ा बेस रिपेयर डिपो है. यह बेस खासतौर पर वायुसेना के गाइडेड वेपन सिस्टम प्रणालियों के रखरखाव और उन्हें हमेशा तैयार रखने में भूमिका निभाता है.
वायुसेना मुख्यालय के मुताबिक वायुसेना प्रमुख ने अपने दौरे में हथियार प्रणालियों की स्वदेशीकरण परियोजनाओं पर भी आला अधिकारियों से अपडेट लिया, और कामकाज की समीक्षा की. इसमें सुनिश्चित पलटवार के साथ सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल SAMAR, मिसाइल सप्लाई व्हीकल, पॉली यूरेथिन आधारित कॉम्बेट केबिन, पायलट बचाव के लिए रेक्सयू क्रेडल, विमानों को नुकसान पाहुंचाने वाली FOD के लिए डैमेज बेरियर आदि शामिल हैं.
नए स्टेशन हिस्टोरिकल सेल का लिया जायजा
एयर चीफ मार्शल चौधरी ने डिपो और इसकी लॉजर इकाइयों के कई कर्मियों से मुलाकात भी की. उन्होंने 7 बीआरडी के डेवल्पमेंट और इसके योगदान को देखते हुए कई प्रोडक्शन विंग्स, साइटों और नव निर्मित स्टेशन हिस्टोरिकल सेल का भी जायजा लिया. यात्रा के दौरान, उन्होंने पूरे भारतीय वायु सेना में गाइडेड वेपन सिस्टम और संबद्ध रडार सिस्टम के ढेरों को मरम्मत और ओवरहाल सुविधाएं प्रदान करने में डिपो द्वारा निभाई गई भूमिका की सराहना की.
एयर चीफ मार्शल चौधरी ने वायुकर्मियों के साथ संवाद में न केवल उनका उत्साह बढ़ाया बल्कि इस बात पर बात पर भी जोर दिया कि सबके प्रयासों से ही आत्मनिर्भरता का लक्ष्य हासिल हो सकेगा. उन्होंने परिचालन इकाइयों को समर्थन सुनिश्चित करने और 'आत्मनिर्भरता' या 'आत्मनिर्भरता' हासिल करने की दिशा में स्वदेशीकरण के प्रयासों में सभी कर्मियों की भागीदारी और उत्साह के लिए सराहना की.
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