(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
कोयंबटूर रेप केस: वायुसेना प्रमुख ने कहा- पीड़िता का नहीं हुआ ‘टू-फिंगर टेस्ट’, आरोपी के खिलाफ होगी उचित कार्रवाई
कोयंबटूर रेप केस में पीड़ित महिला ने अपनी शिकायत में दावा किया था कि रेप की पुष्टि करने के लिए अकादमी के चिकित्सा अधिकारियों ने मेरा 'टू-फिंगर टेस्ट' किया.
कोयंबटूर रेप केस: तमिलनाडु के कोयंबटूर रेप केस में वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने बड़ा बयान दिया है. एक कार्यक्रम में मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने कहा है कि ऐसी किसी भी घटना पर भारतीय वायुसेना का कानून बहुत सख्त है. उन्होंने कहा है कि पीड़ित महिला अधिकारी का ‘टू-फिंगर टेस्ट’ नहीं किया गया था.
हम नियमों से अच्छी तरह वाकिफ- वायुसेना प्रमुख
वायुसेना प्रमुख वीआर चौधरी ने कहा, ‘’ऐसी किसी भी घटना पर भारतीय वायुसेना का कानून बहुत सख्त है. महिला अधिकारी पर कोई टू-फिंगर परीक्षण नहीं किया गया था. हम नियमों से अच्छी तरह वाकिफ हैं और इस मामले में सभी उचित कार्रवाई की जाएगी.’’
पीड़िता ने क्या दावा किया?
पीड़ित महिला ने अपनी शिकायत में दावा किया है कि मुझे ना तो पुलिस से और न ही कॉलेज से कोई मदद मिली है. पीड़िता ने यह भी कहा है कि रेप की पुष्टि करने के लिए अकादमी के चिकित्सा अधिकारियों ने मेरा 'टू-फिंगर टेस्ट' किया. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने 'टू-फिंगर टेस्ट' पर रोक लगाते हुए इसे अवैध घोषित कर दिया था.
क्या है मामला?
दरअसल तमिलनाडु के कोयंबटूर जिले के वायु सेना प्रशासनिक कॉलेज में एक महिला अधिकारी ने अपने सहकर्मी पर रेप का आरोप लगाया था. पीड़ित महिला ने इसी साल 20 सितंबर को अपने साथ हुए बलात्कार की शिकायत कोयंबटूर पुलिस से की थी. इसके बाद 26 सितंबर को आरोपी अफसर को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया था. अब वायुसेना को आरोपी अफसर का कोर्ट मार्शल करने की अनुमति भी मिल गई है.