North India Cold Wave: पूरा उत्तर भारत इस वक्त ठंड से ठिठुर रहा है. इस ठंड ने कई रिकॉर्ड तोड़े हैं. राजधानी दिल्ली में तो हालात बेहद खराब रहे. हालांकि अब यहां कोहरे से काफी राहत मिली है. पिछले दिनों ही दिल्ली ने शीतलहर का पिछले एक दशक का रिकॉर्ड तोड़ डाला था. दिसंबर की शुरुआत में जो ठंड का लेवल कम माना जा रहा था जनवरी आते-आते वो परवान चढ़ गया. दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान में लोग जमा देने वाली ठंड का सामना कर रहे हैं. चलिए आपको बताते हैं इस भयानक सर्दी के पीछे का कारण.
दरअसल, पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी इसका सबसे बड़ा कारण है. जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में जमकर बर्फ गिर रही है. यही उत्तर भारत की ठंड के लिए सबसे बड़ा कारण है. सुबह और शाम के वक्त मैदानी इलाके शीतलहर और कोहरे के आगोश में हैं. पिछले कुछ दिनों से पारा काफी नीचे गिरा है. दिल्ली में पांच दिन लगातार न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस से भी कम रहा.
शीत लहर और कोहरे की मार
हवा में नमी कम होने से ठंडक बढ़ती है और शीतलहर के साथ कोहरा भी पड़ना जारी रहता है. ऐसे में उत्तर भारत को दोहरी मार का सामना करना पड़ रहा था. हालांकि, अब मौसम विभाग ने आने वाले दो से तीन दिनों में कई राज्यों में बारिश की संभावना जताई है. एक एक्टिव वेस्टर्न डिस्टर्बेंस की वजह से 21 से 25 जनवरी के बीच उत्तर-पश्चिम भारत पूरी तरह से प्रभावित रहेगा. पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में भी बारिश और बर्फबारी का सिलसिला जारी रहेगा.
बर्फबारी से बढ़ी पहाड़ी लोगों की मुश्किलें
केवल उत्तर भारत के ही नहीं, बल्कि इस ठंड के बीच पहाड़ों में रहने वाले लोग भी मुसीबत से घिरे हुए हैं. लगातार हो रही बर्फबारी के बीच लोगों पर एक-एक दिन भारी पड़ रहा है. यहां तक कि बीमार पड़ने वालों को अस्पताल ले जाना मुश्किल हो रहा है. कई किलोमीटर पैदल चलकर मरीजों को अस्पताल तक पहुंचाया जा रहा है. पारा माइनस में पहुंच गया है. पानी पूरी तरह से जम चुका है.
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