नई दिल्ली: मध्य प्रदेश का सियासी पारा चढ़ा हुआ है. सूबे से जुड़ी हर छोटी-बड़ी खबर के फिलहाल राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं. इस बीच खबर आई है कि राज्य की कलमनाथ सरकार ने गुना, ग्वालियर, नीमच, विदिशा और हरदा के कलेक्टर का ट्रांसफर कर दिया गया है. ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीजेपी में शामिल होने के कुछ ही घंटों बाद ये खबर सामने आई है. ये तीनों जिले सिंधिया के प्रभाव वाले माने जाते हैं.


बता दें कि आज बीजेपी में शामिल होने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मध्य प्रदेश में तबादला उद्योग चल रहा है. इतना ही नहीं उन्होंने कमलनाथ की सरकार पर हमला जारी रखते हुए कहा कि सरकार बनने के 18 महीने बाद भी किसानों की कर्जमाफी नहीं हुई. रोजगार के मुद्दे पर सिंधिया ने राज्य की सरकार को कटघरे में खड़ा किया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पहले जैसी पार्टी नहीं रही.



सिंधिया के बीजेपी में शामिल होने के तुरंत बाद ही बीजेपी ने उन्हें राज्यसभा का उम्मीदवार घोषित कर दिया. मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, ''माननीय श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विश्वास करते हुए और सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास के मूल मंत्र को मानते हुए श्रीमान ज्योतिरादित्य सिंधिया जी राष्ट्र और जनता की सेवा के लिए बीजेपी परिवार में सम्मिलित हुए हैं. मैं उनका स्वागत करता हूं.''


उधर सिंधिया को मिलने का वक्त नहीं देने की खबरों को खारिज करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि वे पार्टी के एकमात्र ऐसे सदस्य थे जो कभी भी मेरे घर आ सकते थे. ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीजेपी में शामिल होने के बाद कांग्रेस नेताओं ने निशाना साधा. दिग्विजय सिंह ने तंज करते हुए कहा, ''ज्योतिरादित्य सिंधिया जी को भाजपा में शामिल होने पर बधाई. भाजपा के मप्र के नेताओं को भी मेरी हार्दिक बधाई.''