Afghanistan Crisis: तालिबान के कब्जे के बाद अफगानिस्तान के काबुल से C-17 ग्लोबमास्टर विमान भारतीय लोगों को लेकर गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर पहुंचा. भारत पहुंचे लोगों ने ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाए. अफगानिस्तान में आईटीबीपी ट्रूप्स के कमांडिग ऑफिसर रवि कांत गौतम ने कहा कि अफगानिस्तान में स्थिति खराब है लेकिन हम अपने लोगों को सफलतापूर्वक निकालने में कामयाब रहे, जो हम सभी के लिए गर्व की बात है. हमारे सैनिक तीन चार दिन से नहीं सोए हैं. हम आज रात आराम से सोएंगे.
बता दें कि इससे पहले लोगों को काबुल से लेकर उड़ा सी-17 ग्लोबमास्टर आज गुजरात के जामनगर में उतरा था. इंडियन एयरफोर्स ने लोगों को दिल्ली लाने के लिए अतिरिक्त C-130J सुपर हरक्यूलिस विमान भेजा.
अफगानिस्तान में भारत के राजदूत रुद्रेंद्र टंडन ने मंगलवार को कहा कि भारत ने युद्धग्रस्त देश के लोगों को छोड़ा नहीं है, जिनके साथ नयी दिल्ली ने दीर्घकालिक संबंध बनाए हैं और जो अब तालिबान के नियंत्रण में है. उन्होंने कहा कि अफगान लोगों का कल्याण और उनके साथ हमारे संबंध हमारे दिमाग में है. उन्होंने तालिबान के कब्जे के बाद अफगानिस्तान से भारतीयों की सुरक्षित वापसी पर खुशी व्यक्त की, जहां के नागरिक अब अनिश्चित भविष्य का सामना कर रहे हैं.
जामनगर में उन्होंने कहा, ‘‘हमें खुशी है कि हम बिना किसी अप्रिय घटना के सुरक्षित तरीके से वापस आ गए. हमारा 192 कर्मियों का एक बहुत बड़ा मिशन था, जिन्हें दो चरणों में बहुत ही व्यवस्थित तरीके से तीन दिनों की अवधि के भीतर अफगानिस्तान से निकाला गया.’’
रुद्रेंद टंडन सहित 120 लोगों के साथ भारतीय वायुसेना का एक विमान मंगलवार को अफगानिस्तान के काबुल से गुजरात के जामनगर एयरबेस पर उतरा. अफगानिस्तान में तेजी से बिगड़ती सुरक्षा स्थिति के बीच एक आपातकालीन निकासी के तहत विमान ने भारतीय कर्मियों को लेकर काबुल से उड़ान भरी थी. इसके बाद विमान ईंधन भरने के बाद जामनगर से नई दिल्ली के लिए रवाना हुआ.
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