नई दिल्लीः कानपुर के चौबेपुर थाना इलाके में बिकरू गांव में हाल ही में 2 जूलाई को गैंगस्टर विकास दुबे उसकी गैंग ने 8 पुलिसवालों को गोलियों से भून दिया था. वहीं अब इस पूरे मामले बिकरू कांड मामले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा जांच के लिए एक आयोग का गठन किया गया है. आज बिकरू कांड मामले की जांच के लिए गठित किया गया आयोग कानपुर पहुंच गया है.


दरअसल रिटायर्ड जज बीएस चौहान के नेतृत्व में तीन सदस्यीय आयोग कानपुर के सर्किट हाउस पहुंचा है. जस्टिस शशिकांत अग्रवाल और यूपी के रिटायर्ड डीजीपी केएल गुप्ता को भी इसमें शामिल किया गया है. यह आयोग 2 जुलाई की रात कानपुर के चौबेपुर थाना इलाके का बिकरू गांव में गैंगस्टर विकास दुबे और उसकी गैंग द्वारा मारे गए पुलिसकर्मियों के मामले की जांच करेगा.


हालांकि बिकरू कांड के मास्टरमाइंड गैंगस्टर विकास दुबे और उसकी गैंग का एनकाउंटर में खात्मा हो गया है. वहीं सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित किए गए आयोग की जांच का केंद्र विकास दुबे, उसके साथी और मामले में पुलिस की भूमिका ही तय की गई है. आयोग गैंगस्टर विकास दुबे के एनकाउंटर की जांच नहीं कर रहा है.


फिलहाल गैंगस्टर विकास दुबे के लिए मुखबिरी के आरोप गिरफ्तार दो पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया गया है. जिसमें से एक सब इंस्पेक्टर केके शर्मा ने सुप्रीम कोर्ट से मदद की गुहार लगाई है. केके शर्मा ने एनकाउंटर में मारे जाने की आशंका जताते हुए सुरक्षा की मांग की है.


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